Edited By Mahima,Updated: 01 May, 2024 12:03 PM
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे है। दिल्ली में कांग्रेस के दो पूर्व विधायक नसीब सिंह और नीरज बसोया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
नेशनल डेस्क: लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे है। दिल्ली में कांग्रेस के दो पूर्व विधायक नसीब सिंह और नीरज बसोया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, दोनों पूर्व विधायकों ने दिल्ली में आप पार्टी के साथ गठबंधन और बाहरी उम्मीदवारों को टिकट देने पर नाराजगी जताते हुए रिजाइन कर दिया। इसके अलावा दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इन्हीं वजहों के चलते इस्तीफा देने का एलान किया है।
ऐसे में पूर्व विधायक नसीब सिंह ने कहा, "आपने देविंदर यादव को डीपीसीसी प्रमुख नियुक्त किया है। उन्होंने एआईसीसी पंजाब प्रभारी के रूप में पंजाब में पूरी तरह से अरविंद केजरीवाल के झूठे एजेंडे के आधार पर अभियान चलाया। अब दिल्ली में उन्हें आप और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की प्रशंसा और समर्थन करने का दायित्व सौंपा गया। पार्टी में हाल के घटनाक्रम से बेहद दुखी और अपमानित होकर मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।"
इस मामले में लवली ने कहा कि कांग्रेस की दिल्ली इकाई आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, लेकिन पार्टी आलाकमान ने फिर भी उनके साथ गठबंधन किया। उन्हें यह महसूस होने लगा कि वह अपने आप को लाचार महसूस कर रहे हैं। लवली के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने दिल्ली इकाई के अंतरिम अध्यक्ष के रूप में देवेंद्र यादव को नियुक्त किया है। इस संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी भेजा गया था, जो लवली के इस्तीफे के संदर्भ में दिल्ली इकाई की स्थिति को जानने के लिए आए थे। इस मामले में कांग्रेस के दिल्ली इकाई की दिशा में गतिरोध के बीच, लवली के इस्तीफे का प्रकट होना एक बड़ी संकेत है। यह भी दिखाता है कि दिल्ली में चुनावी मैदान में कांग्रेस को अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए और कठिनाइयों का सामना करना होगा।