राष्ट्रपति की पुस्तक पर टिप्पणी से कांग्रेस का इनकार

Edited By ,Updated: 29 Jan, 2016 12:10 AM

congress refused to comment on the president book

कांग्रेस ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुस्तक पर कोई भी टिप्पणी नहीं की जिसमें उन्होंने 1980 से 1996 के बीच के उतार-चढ़ाव वाले सालों के बारे में लिखा है ...

नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुस्तक पर कोई भी टिप्पणी नहीं की जिसमें उन्होंने 1980 से 1996 के बीच के उतार-चढ़ाव वाले सालों के बारे में लिखा है जिस दौरान राम जन्मभूमि मंदिर का ताला खोले जाने और बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसी घटनाएं घटी थीं।  
 
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताआें से कहा, ‘‘राष्ट्रपति प्रथम नागरिक हैं। हम उनका सम्मान करते हैं। हमने पुस्तक नहीं पढ़ी है। हम इसे पढऩे के बाद ही कुछ कहेंगे।’’ उनसे पूछा गया था कि क्या कांग्रेस मुखर्जी के बयानों से सहमत है जो राष्ट्रपति बनने से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे हैं।  
 
आज विमोचित पुस्तक में मुखर्जी ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का ताला खुलना प्रधानमंत्री राजीव गांधी के ‘निर्णय में गलती’ थी।  इस बीच कांग्रेस ने आज सोलर घोटाले में केरल के मुख्यमंत्री आेमन चांडी और उर्जा मंत्री अरयदान मोहम्मद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के एक सतर्कता अदालत के आदेश के मद्देनजर चांडी के इस्तीफे की मांगों को खारिज कर दिया।  
 
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘केरल में चुनाव का समय है और एेसे में दुर्भावनापूर्ण आरोप लगते रहेंगे। अभी केरल के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की जरूरत नहीं है।’’  पार्टी ने महाराष्ट्र में आदर्श हाउसिंग घोटाले के मामले में अशोक चव्हाण पर मुकदमा चलाने की अनुमति के लिए सीबीआई के राज्यपाल से संपर्क करने की खबरों पर चव्हाण का बचाव किया।  
 
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘अब सीबीआई पिंजरे में बंद तोता नहीं है। अब यह भाजपा की कैद में है।’’ उन्होंने कहा कि सीबीआई ‘अपने राजनीतिक आकाआें के दबाव’ में काम कर रही है।  कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राजग सरकार का कांग्रेस के नेताआें को निशाना बनाने का इतिहास रहा है। 

 

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