Edited By Anil dev,Updated: 13 Jul, 2020 05:50 PM
वायरस संक्रमण के डर से ओडिशा में कुछ गैर कोविड-अस्पतालों द्वारा मरीजों को लौटाए जाने की खबरों के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी कर सभी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं से यह सुनिश्चित करने को कहा कि जरूरतमंदों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध...
भुवनेश्वर: वायरस संक्रमण के डर से ओडिशा में कुछ गैर कोविड-अस्पतालों द्वारा मरीजों को लौटाए जाने की खबरों के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी कर सभी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं से यह सुनिश्चित करने को कहा कि जरूरतमंदों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश में यह भी कहा गया है कि कोविड-19 के खतरे की वजह से आपातकालीन प्रक्रियाओं में देरी नहीं की जानी चाहिए।
विभाग ने अपने निर्देश में कहा, किसी भी मरीज को स्वास्थ्य देखभाल सेवा से इनकार नहीं किया जाएगा और जान बचाने के लिए आवश्यक आपातकालीन प्रक्रियाओं या इलाज को कोविड-19 संक्रमण होने के संदेह के आधार पर टाला नहीं जाएगा। निर्देश में कहा गया, यह हमारा दायित्व है कि महामारी के दौरान सभी मरीजों को तत्काल और समुचित उपचार उपलब्ध कराया जाए। हाल ही में कटक के आचार्य हरिहर क्षेत्रीय कर्क (कैंसर) रोग केंद्र और भुवनेश्वर के एससीबी आयुर्विज्ञान कॉलेज जैसे कुछ गैर कोविड अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमण के 100 से ज्यादा मामले सामने आए थे।
स्वास्थ्य विभाग में सूत्रों ने कहा कि बीते कुछ दिनों में ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि मरीजों कों गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने के बावजूद अस्पतालों द्वारा उन्हें भर्ती करने के इनकार किया जा रहा है। ऐसे में विभाग की तरह से यह निर्देश अस्पतालों के लिये जारी किया गया है।