Edited By Seema Sharma,Updated: 09 Aug, 2018 09:51 AM
अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निरोधक कानून में संशोधन को लेकर संसद में पारित विधेयक के विरोध में आरक्षण विरोधी पार्टी और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने नौ अगस्त को भारत बंद करने का फैसला वापिस ले लिया है। दलित संगठनों द्वारा बंद के फैसले को वापिस...
नई दिल्लीः अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निरोधक कानून में संशोधन को लेकर संसद में पारित विधेयक के विरोध में आरक्षण विरोधी पार्टी और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने नौ अगस्त को भारत बंद करने का फैसला वापिस ले लिया है। दलित संगठनों द्वारा बंद के फैसले को वापिस लेने पर केंद्र सरकार ने राहत की सांस ली है। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने लोगों से 9 अगस्त को होने वाले भारत बंद में हिस्सा नहीं लेने के लिए अपील की थी। आठवले ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की थी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र ने लोकसभा में एससी/एसटी संशोधन विधेयक पारित करवा कर सुप्रीम कोर्ट का आदेश पलट दिया है। केंद्र के इ कदम से भी दलित संगठन शांत हैं। वहीं ऑल इंडिया आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष अशोक भारती ने कहा कि एससी/एसटी ऐक्ट को लागू करने की हमारी बड़ी मांग पूरी हो गई है लेकिन कुछ अन्य और मांगें हैं जिनको लेकर हम शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि हम लोगों की दुकानें और सड़क बंद नहीं करेंगे। हालांकि इसके लिए उन्होंने अभी डेडलाइन जारी नहीं की है कि वे कब विरोध प्रदर्सन करेंगे।