Edited By Monika Jamwal,Updated: 16 Jun, 2020 07:34 PM
लॉकडाउन के बाद निमार्ण कार्यों में लगे प्रवासी मिस्त्री-मजदूरों द्वारा मनमाना पारिश्रमिक (दिहाड़ी) वसूले जाने का विजयपुर नगर पालिका ने कड़ा संज्ञान लिया है और उपराज्यपाल एवं श्रम विभाग से इस ओर ध्यान देने को कहा है।
साम्बा : लॉकडाउन के बाद निमार्ण कार्यों में लगे प्रवासी मिस्त्री-मजदूरों द्वारा मनमाना पारिश्रमिक (दिहाड़ी) वसूले जाने का विजयपुर नगर पालिका ने कड़ा संज्ञान लिया है और उपराज्यपाल एवं श्रम विभाग से इस ओर ध्यान देने को कहा है। नगर पालिका अध्यक्ष दीपक पगोत्रा ने आज कहा कि प्रवासी श्रमिकों ने अब मनमानी शुरू कर दी है और मकान आदि बना रहे लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले मिस्त्री 500 रूपए और मजदूर 350 रूपए दिहाड़ी लेता था लेकि अब मिस्त्री 700 से 800 और मजदूर 500 से 600 रूपए दिहाड़ी ले रहा है जिससे लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में स्थानीय लोगों ने मदद का हाथ बढ़ाते हुए इन मजदूरों को राशन-भोजन मुहैया करवाया लेकिन अब यह श्रमिक तानाशाही पर उतर आए हैं।
पगोत्रा ने कहा कि मजदूरी में अत्याधिक वृद्धि से गरीब लोग प्रभावित हो रहे हैं व खासतौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी तो बेहद परेशान हैं जिन्हें मकान बनान के लिए केवल 1.66 लाख रूपए मिलते हैं। जो इस बात से परेशान है कि इतनी महंगी लेबर से मकान कैसे बनाएं। लॉकडाउन के बाद लोगोंं की माली हालत खराब है उस पर लेबरी की मार से लोग बेहाल हैं इसलिए सरकार यूपी-बिहार एमसी, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के इन मजदूरों पर उचित कार्रवाई करे और रेट फिक्स करे।
उपाध्यक्षा नीलक कुमारी, पार्षद बचन लाल, राजन शर्मा भी मौजूद रहे।