Edited By Yaspal,Updated: 25 Mar, 2021 10:52 PM
एक वीडियो क्लिप में एक स्थानीय नेता को हाथ में टीएमसी का पोस्टर लेकर यह कहते हुए सुना गया कि ‘‘अगर भारत के 30 प्रतिशत मुसलमान एकजुट हो जाएं तो चार पाकिस्तान बनाए जा सकते हैं।'''' इस बयान की भाजपा ने जोरदार आलोचना करते हुए जानना चाहा कि क्या बंगाल की...
नेशनल डेस्कः एक वीडियो क्लिप में एक स्थानीय नेता को हाथ में टीएमसी का पोस्टर लेकर यह कहते हुए सुना गया कि ‘‘अगर भारत के 30 प्रतिशत मुसलमान एकजुट हो जाएं तो चार पाकिस्तान बनाए जा सकते हैं।'' इस बयान की भाजपा ने जोरदार आलोचना करते हुए जानना चाहा कि क्या बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी इस तरह के बयान का समर्थन करती है। बहरहाल, टीएमसी ने खुद को बयान से अलग करते हुए कहा कि वीडियो में दिख रहा शेख आलम टीएमसी का सदस्य नहीं है और उसने जो कहा है, पार्टी उसका समर्थन नहीं करती है। बीरभूम के नानूर में बनाया गया 30 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो क्लिप में आलम को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘‘हम अल्पसंख्यक 30 फीसदी (आबादी का) हैं। शेष 70 फीसदी हैं। वे (भाजपा) सोचते हैं कि वे 70 प्रतिशत के सहयोग से सत्ता में आएंगे (बंगाल में)। अगर 30 फीसदी अल्पसंख्यक एकजुट हो जाएं, अगर भारत के मुस्लिम एकजुट हो जाएं, तो चार पाकिस्तान बन सकते हैं। फिर भारत के 70 प्रतिशत कहां जाएंगे?''
क्लिप पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इससे टीएमसी की वास्तविक मंशा का पता चलता है। उन्होंने कहा, ‘‘इस वीडियो से टीएमसी की सच्चाई बाहर आ गई है। यह गंभीर बात है। भारत में रहने वाला कोई व्यक्ति कैसे दावा कर सकता है कि वह देश को पाकिस्तान बना देगा? हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे। ममता जी राज्य और देश के लोगों को जवाब दें।''
भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित मालवीय ने एक ट्वीट में पूछा कि क्या ममता बनर्जी आलम के रूख का समर्थन करती हैं। बहरहाल, टीएमसी के बीरभूम जिला के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने स्पष्ट किया कि आलम सत्तारूढ़ दल का नेता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘शेख आलम न तो पार्टी का सदस्य है न ही नानूर से नेता है। हमारा उससे कोई संबंध नहीं है। हम इस तरह के बयान का समर्थन नहीं करते हैं। भारत धर्मनिरपेक्ष देश है और रहेगा।''