Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 03:52 PM
देश भर में डॉक्टरों के कारनामों के नित नए उदाहरण सामने आ ही जाते हैं। इसी तरह एक और मामला सामने आया है जिसमें डॉक्टरों ने मरीज के दिमाग का एक हिस्सा ही गायब कर दिया है, जिससे परेशान
नेशनल डेस्क: देश भर में डॉक्टरों के कारनामों के नित नए उदाहरण सामने आ ही जाते हैं। इसी तरह एक और मामला सामने आया है जिसमें डॉक्टरों ने मरीज के दिमाग का एक हिस्सा ही गायब कर दिया है, जिससे परेशान मरीज ने डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस केस कर दिया है।
दरअसल, वैदेही मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर के दो न्यूरोसर्जन पर पुलिस ने लापरवाही के मामले में केस दर्ज किया है। उनपर 25 साल के आदमी जिसका नाम मंजूनाथ है उसके दिमाग के कुछ हिस्सों को गायब करने का आरोप लगा है। मंजूनाथ का इन डॉक्टर्स ने ऑपरेशन किया था। मरीज की मां रुकमिनीअम्मा की शिकायत के आधार पर पुलिस ने डॉक्टर बी गुरुप्रसाद और डॉक्टर राजेश आर रायकर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
मरीज मंजूनाथ का कहना है कि वह सर्जरी के बाद से बर्बाद हो गया है। उनकी खोपड़ी के दाएं हिस्से की हड्डी को डॉक्टर्स ने गायब कर दिया। उनका कहना है कि स्कल उनके दिमाग की एकमात्र सुरक्षी थी। जिसके अभाव में अब एक स्ट्रॉ लगने से भी उनके सिर को गहरी चोट पहुंच सकती है। वहीं अपनी सफाई में डॉक्टर्स का कहना है कि मरीज के परिवारवाले प्रक्रिया को ठीक तरह से समझ नहीं पाए हैं। जबकि उन्हें साफ तौर पर बताया गया था कि दिमाग की हड्डी को रिप्लेस नहीं किया जा सकता है।
दोनों डॉक्टर्स के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता धारा 338 (जीवन को खतरे में डालने या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा के कारण गंभीर चोट लगना) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा- हमने आरोपों को लेकर शिकायतकर्ता से समर्थित दस्तावेजों की मांग की है। शिकायत के अनुसार मंजूनाथ को सिर में दर्द होने की वजह से वैदेही अस्पताल में 2 फरवरी, 2017 को भर्ती करवाया गया था। डॉक्टर्स ने परिवारवालों को बताया कि मरीज के दिमाग में खून जमा हुआ है और उसे तुरंत सर्जरी की जरुरत है ताकि उसकी जान बचाई जा सके।