Edited By vasudha,Updated: 29 Jun, 2019 04:32 PM
दिल्ली के एक अस्पताल में डॉक्टरों ने नौ वर्षीय एक यमनी बच्चे की उपास्थि और वसा का इस्तेमाल कर उसके और उसके जुड़वा भाई के विदीर्ण होंठ और नाक को फिर से बनाया है। ‘केएएस मेडिकल सेंटर एंड मेडस्पा'' के चिकित्सा निदेशक डॉ. अजय कश्यप ने बताया कि विदीर्ण...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के एक अस्पताल में डॉक्टरों ने नौ वर्षीय एक यमनी बच्चे की उपास्थि और वसा का इस्तेमाल कर उसके और उसके जुड़वा भाई के विदीर्ण होंठ और नाक को फिर से बनाया है। ‘केएएस मेडिकल सेंटर एंड मेडस्पा' के चिकित्सा निदेशक डॉ. अजय कश्यप ने बताया कि विदीर्ण होंठ, नाक और तालु की विकृति से सांस लेने में और बोलने में तकलीफ होती है।
कश्यप ने बताया कि जुड़वा अहमद और शाद को सांस लेने में तकलीफ थी और ठीक से बोल भी नहीं पाते थे। यह सर्जरी दो सप्ताह पहले की गई, जो बिना किसी समस्या के सफल रही। उन्होंने बताया कि दोनों भाईयों में से एक स्वस्थ नहीं था, इसलिए एक की पसली की हड्डी से उपास्थि और वसा ली गई। यह एक जन्मजात दोष है जो दुनिया भर में प्रति 10,000 बच्चों पर 3.28 को होता है।