Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 06:14 PM
अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसियों (एनआईए) पर अलगवावादी नेताओं को झुकने के लिए विवश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह समर्पण करने की जगह पूरी जिंदगी तिहाड़ जेल में गुजारना पसंद करेंगे।
श्रीनगर: अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसियों (एनआईए) पर अलगवावादी नेताओं को झुकने के लिए विवश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह समर्पण करने की जगह पूरी जिंदगी तिहाड़ जेल में गुजारना पसंद करेंगे। मलिक ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में विदेशी मुद्रा उल्लंघन के आरोप में ईडी द्वारा नोटिस जारी किये जाने की खबरों को खारिज किया है। एक राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने कल अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मलिक तथा श्रीनगर के दो अन्य नेताओं को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के आरोप में ईडी ने नोटिस जारी किया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इन एजेंसियों का इस्तेमाल करके अलगाववादियों पर दवाब बना रही है लेकिन सरकार के सामने झुकने की बजाय पूरी जिंदगी तिहाड़ जेल में गुजरने को तरजीह दूंगा। मलिक ने कहा कि मार्च 2001 के मामले में ईडी ने नोटिस जारी किया है जबकि यह मामला पहले से ही जमू की पोटा अदालत में है। जमू की अदालत में जो मामला चल रहा है उसको लेकर ईडी के द्वारा नोटिस दिया जाना समझ से परे है। गौरतलब है कि ईडी ने पहले ही वरिष्ठ अलगाववादी नेता शाबिर अहमद शाह को गिरफ्तार कर चुकी है।