Edited By Yaspal,Updated: 16 Mar, 2024 08:11 PM
चुनाव आयोग द्वारा शनिवार को घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, दिल्ली की सात लोकसभा सीट पर आम चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा, जिसमें 1.47 करोड़ लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे
नेशनल डेस्कः चुनाव आयोग द्वारा शनिवार को घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, दिल्ली की सात लोकसभा सीट पर आम चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा, जिसमें 1.47 करोड़ लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। अधिसूचना 29 अप्रैल को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि छह मई है। उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि नौ मई है।
शहर में 1.47 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 79.98 लाख पुरुष और 67.42 लाख महिलाएं हैं। इस बार आम चुनाव 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरण में होंगे और मतगणना चार जून को होगी। इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में आने का प्रयास करेंगे, वहीं विपक्षी दल उनका विजय रथ रोकने के लिए पूरा दमखम लगाएंगे।
आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच दिल्ली के लिए सीट-बंटवारे का समझौता हो गया है, जिसके बाद शहर में उनके गठबंधन और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। राष्ट्रीय राजधानी की सभी सात लोकसभा सीट पर 2014 से भाजपा का कब्जा है। ‘आप' पहले ही पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, नयी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।
सीट बंटवारा समझौते के तहत कांग्रेस को चांदनी चौक, उत्तर पूर्व और उत्तर पश्चिम से उम्मीदवार खड़े करने हैं लेकिन उसने अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। दूसरी ओर, भाजपा ने शहर की सभी संसदीय सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। उसने छह मौजूदा सांसदों को टिकट नहीं देकर नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजूदा सांसद मनोज तिवारी एकमात्र ऐसे नेता हैं जिन्हें पार्टी ने लगातार तीसरी बार इस सीट से उम्मीदवार बनाया है। पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट मतदाताओं की संख्या के हिसाब से सबसे बड़ी सीट है। इस निर्वाचन क्षेत्र में 24.93 लाख मतदाता हैं, इसके बाद उत्तर पश्चिम दिल्ली है, जो दिल्ली का एकमात्र आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र है और यहां 24.76 लाख मतदाता हैं। नयी दिल्ली 14.83 लाख मतदाताओं के साथ सबसे छोटी सीट है।