Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Jun, 2018 01:54 PM
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की बयानबाजी जहां एक तरफ कर्नाटक में गठबंधन सरकार के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है वहीं यह कांग्रेस के लिए भी चिंता का सबब बनती जा रही है। कुमारस्वामी द्वारा पूर्ण बजट पेश करने पर नाखुशी जता रहे सिद्धारमैया ने बुधवार को भी...
बेंगलुरुः पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की बयानबाजी जहां एक तरफ कर्नाटक में गठबंधन सरकार के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है वहीं यह कांग्रेस के लिए भी चिंता का सबब बनती जा रही है। कुमारस्वामी द्वारा पूर्ण बजट पेश करने पर नाखुशी जता रहे सिद्धारमैया ने बुधवार को भी कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की, हालांकि इसमें क्या चर्चा हुई इस बारे में अभी कोई बात सामने नहीं आई है। लेकिन हाईकमान की आंखों में यह बैठक खटक रही है क्योंकि पहली बैठक में भी सिद्धरमैया खुलकर राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बजट पर लिए फैसले पर बोल चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस को डर है कि कांग्रेस और जद(एस) के गठबंधन में चल रही ‘तकरार’ कोई बड़ी समस्या न बन जाए।
वहीं इस ‘तकरार’ की खबरों के बीच आगामी 1 जुलाई को दोनों दलों की समन्वय समिति की बैठक बुलाई गई है जिसमें इस मुद्दे पर मुख्य रूप से चर्चा की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में दोनों पार्टियों के बीच ‘तकरार’ के अलावा साझा न्यूनतम कार्यक्रम को अंतिम रूप दिए जाने पर बातचीत हो सकती है। गौरतलब है कि समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक कर्नाटक में दो जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से एक दिन पहले बुलाई गई है।
बता दें कि सिद्धरमैया ने वायरल वीडियो में कथित तौर पर कहा, ‘‘यह (सरकार) तब तक रहेगी जब तक संसदीय चुनाव पूरे नहीं हो जाते। उसके बाद सभी घटनाक्रम होंगे।’’ सिद्धरमैया का कुमारस्वामी के साथ नया बजट पेश करने को लेकर मतभेद है। कांग्रेस नेता इस बात पर बल दे रहे हैं कि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने फरवरी में जो बजट पेश किया था वह पूर्ण है इसलिए उसे ही पेश किया जाए।