Edited By Anil dev,Updated: 10 Aug, 2018 05:09 PM
अपने फेसबुक अकाउंट पर राष्ट्रपति से मिला एक फर्जी पत्र पोस्ट करने के आरोप में बेंगलुरू के एक प्रबंधन कॉलेज के निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज होने के एक साल बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आज बताया कि आरोपी हरिकृष्ण मारम एक साल से...
नई दिल्ली: अपने फेसबुक अकाउंट पर राष्ट्रपति से मिला एक फर्जी पत्र पोस्ट करने के आरोप में बेंगलुरू के एक प्रबंधन कॉलेज के निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज होने के एक साल बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आज बताया कि आरोपी हरिकृष्ण मारम एक साल से अमेरिका में था और इसी महीने बेंगलुरू लौटा था। उसकी उम्र 45-50 के बीच है। दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने उसे बुधवार को गिरफ्तार किया। पिछले साल राष्ट्रपति के प्रेस सचिव ने पिछले साल शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद साइबर प्रकोष्ठ के उप निरीक्षक भानू प्रताप ने मामले की जांच की।
मामला दर्ज होने के वक्त अमेरिका में था मारम
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि मारम ने राष्ट्रपति से मिले ‘‘प्रशंसा पत्र’’ की एक कथित तस्वीर पोस्ट कर दावा किया था कि डिजिटल मार्केटिंग पर उसने जो किताब लिखी है उसके लिए उसे सराहना मिली है। अधिकारी ने बताया कि पत्र फर्जी था और मारम ने शेखी बघारने तथा किताब को चर्चा में लाने के लिए पत्र पोस्ट किया था। मामला दर्ज होने के वक्त मारम अमेरिका में था और उससे संपर्क किया गया लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुआ। आरोपी बेंगलुरू में एक प्रबंधन स्कूल चलाता है और उसने एमबीए और बी फार्मा कर रखा है। उसे कल शहर की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।