Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Jun, 2021 04:40 PM
दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर भाजपा कार्यकर्त्ताओं और कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारी किसानों के बीच बुधवार को संघर्ष हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हंगामा उस समय हुआ जब भाजपा कार्यकर्त्ता उस फ्लाईओवर से अपना...
नेशनल डेस्क: दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर भाजपा कार्यकर्त्ताओं और कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारी किसानों के बीच बुधवार को संघर्ष हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हंगामा उस समय हुआ जब भाजपा कार्यकर्त्ता उस फ्लाईओवर से अपना जुलूस निकाल रहे थे जहां कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारी किसान नवंबर 2020 से धरने पर बैठे हुए हैं, जिनमें अधिकतर भारतीय किसान यूनियन के समर्थक हैं। दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और झगड़ा शुरू हो गया तथा वे डंडों से लड़े जिस वजह से कुछ लोग जख्मी हो गए।
सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें कथित रूप से कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हालत में दिख रही हैं। ये गाड़ियां भाजपा नेता अमित वाल्मिकी के काफिले का हिस्सा थीं और वाल्मिकी के स्वागत के लिए ही जुलूस निकाला जा रहा था। वहीं इस झड़प के बाद भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत भड़क गए। टिकैत ने भाजपा पर बरसते हुए कहा कि वो वहां पर आ गए और अपने किसी नेता का स्वागत करना चाह रहे थे, ये कैसे हो सकता है, ये मंच संयुक्त मोर्चे का है, अगर मंच पर जाना है तो इसमें शामिल हो जाओ। टिकैत ने कहा कि किसी भी नेता को किसानों का मंच इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा।
टिकैत ने कहा कि क्या हुआ अगर सड़क पर मंच लगा है लेकिन वो मंच किसानों का है और अगर किसी को वहां से बोलना है तो उसे भाजपा छोड़कर आना पड़ेगा। टिकैत ने धमकी देते हुए कहा कि अगर किसी ने मंच पर कब्जा करने की कोशिश की तो उनके बक्कल उधाड़ दिए जाएंगे। टिकैत ने कहा कि हां, मैं धमकी दे रहा हूं और इसे सब ध्यान से सुन लें। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार की यह साजिश कामयाब नहीं होने वाली है क्योंकि पहले भी किसानों के प्रदर्शन को खत्म करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा चुके हैं।