Edited By Seema Sharma,Updated: 03 Dec, 2020 04:05 PM
कृषि कानूनों को लेकर जारी आंदोलन के बीच गुरुवार को एक बार फिर किसानों और सरकार के बीच बैठक हुई। किसान संगठनों के 40 नेता सरकार के साथ बातचीत करने पहुंचे। दोपहर 12 बजे से किसानों और सरकार के बीच बैठक हो रही है। वहीं बैठक के बीच में लंच ब्रेक हुआ।...
नेशनल डेस्क: कृषि कानूनों को लेकर जारी आंदोलन के बीच गुरुवार को एक बार फिर किसानों और सरकार के बीच बैठक हुई। किसान संगठनों के 40 नेता सरकार के साथ बातचीत करने पहुंचे। दोपहर 12 बजे से किसानों और सरकार के बीच बैठक हो रही है। वहीं बैठक के बीच में लंच ब्रेक हुआ। किसानों ने सरकार द्वारा लंच का ऑफर स्वीकार नहीं किया और सभी ने बाहर से ही खाना मंगवाकर खाया। इससे पहले किसानों ने अपनी मांगों की सूची सरकार को सौंपी।
बता दें कि सरकार और किसानों के बीच अबतक चार चरण की वार्ता हो चुकी है। अब तक की बातचीत में कोई हल नहीं निकला है। जहां किसान तीनों कानून वापस लेने पर अड़े हैं और MSP पर गारंटी मांग रहे हैं। वहीं सरकार इस कानून को वापिस नहीं लेना चाहती है। सरकार ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि MSP बनी रहेगी, खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं। किसानों का कहना कि बोल कर नहीं सरकार लिख कर इस बात की गारंटी दे। बता दें कि किसानों को बॉर्डर पर डटे हुए आठ दिन हो चले हैं। किसानों ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज होगा। किसानों ने कहा कि वे अपने साथ करीब चार महीने राशन साथ लाए हैं।