Edited By Yaspal,Updated: 11 May, 2018 04:42 AM
बड़ी संख्या में मतदाता पहचान पत्र मिलने के मामले में दो दिन बाद पुलिस ने आज प्राथमिकी में कांग्रेस के एक विधायक मुनिरत्ना का नाम आरोपी के तौर पर दर्ज किया है।
नेशनल डेस्कः बड़ी संख्या में मतदाता पहचान पत्र मिलने के मामले में दो दिन बाद पुलिस ने आज प्राथमिकी में कांग्रेस के एक विधायक मुनिरत्ना का नाम आरोपी के तौर पर दर्ज किया है। कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी संजीव कुमार ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि मामले में सभी रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को सौंप दी गयी है।
उपायुक्त ने भी उस इमारत का दौरा किया जहां से बड़ी संख्या में मतदाता पहचान पत्र मिला था। उन्होंने सूचना एकत्र कर रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है । उन्होंने कहा कि आयोग जल्द ही इस पर फैसला करेगा कि राजराजेश्वरी नगर विधानसभा क्षेत्र में जहां से मतदाता पहचान पत्र मिला है वहां पर चुनाव रद्द किया जाए या नहीं ।
ज्यादा विवरण देने से इंकार करते हुए कुमार ने कहा, ‘‘ FIR की सारी जानकारी साझा नहीं की जा सकती लेकिन आप जो कह रहे हैं ( मौजूदा विधायक को आरोपी बनाए जाने के बारे में ) वह तथ्य है। ’’ चुनाव आयोग को उन्होंने क्या सिफारिश की है यह पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि इस पर चर्चा नहीं की जा सकती क्योंकि ब्यौरे से निर्णय की प्रक्रिया पर असर पड़ेगा
गौरतलब है कि चुनावी राज्य कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर विधानसभा सीट के एक फ्लैट से करीब 10,000 मतदाता पहचान पत्र बरामद होने के सिलसिले में निर्वाचन आयोग ने गुरुवार रात अपना फैसला टाल दिया और राज्य निर्वाचन आयोग से इस संबंध में और अधिक जानकारी मांगी।
आयोग में उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बरामद किए गए अधिकतर मतदाता पहचान पत्र ‘‘ असली ’’ हैं, लेकिन फ्लैट में उन्हें क्यों रखा गया था, इस पर अब भी संशय बना हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि आयोग इस मुद्दे पर विचार कर रहा है और इस संबंध में किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले उसने राज्य चुनाव प्रशासन से और अधिक जानकारी मांगने का फैसला किया है।