Edited By Yaspal,Updated: 31 Jan, 2023 10:24 PM
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री और प्रख्यात न्यायविद् शांति भूषण का मंगलवार को दिल्ली स्थित उनके घर में निधन हो गया। वह 97 साल के थे। उनके परिवार के नजदीकी एक सूत्र ने कहा कि संक्षिप्त बीमारी के बाद उनका निधन हो गया
नेशनल डेस्कः पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री और प्रख्यात न्यायविद् शांति भूषण का मंगलवार को दिल्ली स्थित उनके घर में निधन हो गया। वह 97 साल के थे। उनके परिवार के नजदीकी एक सूत्र ने कहा कि संक्षिप्त बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। अपने समय के वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण वर्ष 1977 से 1979 तक मोरारजी देसाई कैबिनेट में कानून मंत्री रहे। शांति भूषण के बेटे जयंत और प्रशांत भूषण भी अग्रणी अधिवक्ता हैं।
शांति भूषण हाल तक कानूनी पेशे में सक्रिय थे और सर्वोच्च अदालत में दायर उस जनहित याचिका पर बहस किया था, जिसमें राफेल लड़ाकू विमान सौदा मामले में अदालत की निगरानी में जांच कराने का अनुरोध किया गया था। शांति भूषण सार्वजनिक महत्व के कई मामलों में पेश हुए।
शांति भूषण एक प्रसिद्ध मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिकाकर्ता राजनारायण की तरफ से पेश हुए, जिसमें चुनावी कदाचार को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निर्वाचन रद्द कर दिया गया था। कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने मंगलवार को शांति भूषण के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रख्यात न्यायविद् के निधन की खबर से उन्हें गहरा दुख हुआ है। रीजीजू ने ट्वीट किया, ‘‘यह खबर सुनकर गहरा दुख हुआ कि पूर्व केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री शांति भूषण जी नहीं रहे। उनके निधन पर परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।