Edited By Anil dev,Updated: 04 Dec, 2019 11:20 AM
गांधी नगर के जींस कारोबारी गुलशन वासुदेव के साथ ऐसा क्या हुआ कि एक बेटा और एक बेटी को मारकर पत्नी और महिला सहकर्मी सहित आत्महत्या कर ली। एक समय था जब गुलशन को लोग जींस के कारोबार का बादशाह कहते थे।
पूर्वी दिल्ली: गांधी नगर के जींस कारोबारी गुलशन वासुदेव के साथ ऐसा क्या हुआ कि एक बेटा और एक बेटी को मारकर पत्नी और महिला सहकर्मी सहित आत्महत्या कर ली। एक समय था जब गुलशन को लोग जींस के कारोबार का बादशाह कहते थे। गांधीनगर मार्केट के साथ जींस का काम करने वाले हर कारोबारी के बीच गुलशन और उसके परिवार की मौत चर्चा का विषय बनी हुई तो बड़ा सवाल यह भी खड़ा है कि आखिर ऐसा कैसे हो गया।
मकान बेच कर उतारा था कर्ज
जब लोग पैसे देने के लिए दबाव बनाने लगे तो गुलशन ने अपनी साख को बचाने के लिए झिलमिल स्थित अपने मकान के दोनों फ्लोर बेच कर कुछ लोगों का कर्ज उतार दिया था और परिवार के साथ इंदिरापुरम चले गए थे।
साढ़ू ने करवाया था बिल्डर का कारोबार
गुलशन व उनके भाई का पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर में रेडिमेड गार्मेंट का शोरूम था। वर्ष 2015 में गुलशन ने एशिया की सबसे बड़ी रेडीमेड मार्केट गांधीनगर में जींस का होलसेल कारोबार शुरू कर दिया। कारोबार चमकने लगा, पैसा आया तो गुलशन के साढ़ू राकेश वर्मा ने गुलशन को बिल्डिंग बना कर बेचने के कारोबार में उतरने की सलाह दी। गुलशन ने उसकी सलाह मान कर उसके साथ बिल्डर का कारोबार शुरू कर दिया। नए कारोबार में गुलशन ने राकेश पर भरोसा कर लगभग दो करोड़ रुपए लगा दिए जिसमें से काफी बड़ा हिस्सा बाजार के कारोबारियों से ब्याज पर उठाया गया था।
कुछ समय बाद बिल्डर के कारोबार में मंदी आने के नाम पर राकेश ने घाटा दिखाना शुरू कर दिया और पैसे देने में आनाकानी करने लगा। वह काफी लंबे समय से परेशान थे कर्ज देने वालों का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा था। सोमवार रात को वह पेमेंट के सिलसिले में कोलकाता जाने वाले थे। कोलकाता जाने से पहले उन्होंने अपनी कंपनी में काम करने वालों को 30 हजार की पेमेंट भी दी थी।