Edited By vasudha,Updated: 12 Oct, 2020 04:24 PM
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हाल ही में एक सिख व्यक्ति के साथ हुई घटना को लेकर राज्य सरकार के ‘‘प्रतिकूल रुख'''' की आलाचेना की। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार व्यक्ति के साथ हुए अमानवीय व्यवहार के लिए समर्थन हासिल करने...
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हाल ही में एक सिख व्यक्ति के साथ हुई घटना को लेकर राज्य सरकार के ‘‘प्रतिकूल रुख'' की आलाचेना की। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार व्यक्ति के साथ हुए अमानवीय व्यवहार के लिए समर्थन हासिल करने का प्रयास कर रही है। घटना में पुलिस ने सिख व्यक्ति की कथित तौर पर पगड़ी खींच दी थी।
धनखड़ ने कहा कि यह घटना को सही ठहराने के बजाय यह चीजें ठीक करने का समय है। पिछले हफ्ते भाजपा के विरोध प्रदर्शन के दौरान एक सिख व्यक्ति की पुलिस द्वारा पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद इसको लेकर विवाद हो गया। सोशल मीडिया पर एक वर्ग ने दावा किया कि हाथापाई के दौरान पुलिस ने उसकी पगड़ी खींची थी। 43 वर्षीय बलविंदर सिंह के रूप में पहचाना गया व्यक्ति पंजाब के भटिंडा का निवासी है।
धनखड़ ने ट्विटर पर कहा कि बलविंदर सिंह के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को लेकर समर्थन हासिल करने और उसमें जोड़तोड़ में जुटी बंगाल सरकार और पुलिस के प्रतिकूल रुख को लेकर चिंतित हूं। इस घटना को सही ठहराने के बजाय यह चीजें ठीक करने का समय है। कानून इस तरह के गलत कामों को रोकने की अनुमति देता है'' राज्यपाल ने रविवार को सिख समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा था कि एक राजनीतिक संगठन अपने संकुचित हित के लिए जानबूझकर पिछले हफ्ते की घटना को "सांप्रदायिक रंग" दे रहा है, जिसमें सिख व्यक्ति शामिल था, जिसकी पगड़ी पुलिस के साथ हाथापाई के दौरान खुल गई थी। राज्य के गृह विभाग ने एक ट्वीट में कहा कि भाजपा द्वारा सचिवालय तक निकाले गए मार्च के दौरान अवैध बंदूक रखने के आरोप में व्यक्ति को कानून के अनुसार गिरफ्तार किया गया।