राजस्थान पहुंची ‘भारत जोड़ो यात्रा' का भव्य स्वागत; राहुल ने कहा-पदयात्रा से बहुत कुछ सीख रहा हूं; राहुल ने कहा-पदयात्रा से बहुत कुछ सीख रहा हूं

Edited By Parveen Kumar,Updated: 05 Dec, 2022 02:21 AM

grand reception of  bharat jodo yatra  reached rajasthan

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि भारत जोड़ो यात्रा उन्हें ऐसी चीजें सिखा रही है जो ‘‘हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर या किसी भी वाहन में यात्रा करते समय'' नहीं सीखी जा सकती है।

नेशनल डेस्क : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि भारत जोड़ो यात्रा उन्हें ऐसी चीजें सिखा रही है जो ‘‘हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर या किसी भी वाहन में यात्रा करते समय'' नहीं सीखी जा सकती है। गांधी के नेतृत्व में पदयात्रा मध्य प्रदेश से राजस्थान पहुंची जहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। राहुल ने कहा, ‘‘यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है...गाड़ी में, हवाई जहाज , हेलीकॉप्टर में ये बातें समझ में नहीं आती...हेलीकॉप्टर से दूर से दिखता है...किसानों के फटे हुए हाथों से हाथ मिलाने के बाद बात समझ में आती है कि किसान क्या कर रहा है।'' गांधी और उनके साथी यात्रियों का झालावाड़ शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर चवली चौराहा में राज्य में दाखिल होने पर वहां पारंपरिक राजस्थानी शैली में स्वागत किया गया।

गांधी और यात्रियों का स्वागत करने के लिए सांस्कृतिक कलाकारों ने राजस्थान के प्रसिद्ध 'पधारो म्हारे देस' गीत सहित कई प्रस्तुतियां दीं। गांधी, गहलोत, पायलट और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने मंच पर एक साथ हाथ पकड़कर नृत्य किया। सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि उनके दिल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रति कोई नफरत नहीं है, लेकिन वह उन्हें ‘‘देश में नफरत फैलाने'' नहीं देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मजदूरों के बच्चों को सुबह कांपते हुए देखकर समझ आती है...हिन्दुस्तान में क्या हो रहा है...हवाई जहाज से, हेलीकॉप्टर से, गाड़ियों से यह चीजें दिखती नहीं है।'' मध्य प्रदेश से राजस्थान में प्रवेश करने वाले गांधी ने कहा कि यात्रा में उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर या वाहन में यात्रा करते समय इन बातों को नहीं समझा जा सकता है। किसानों से हाथ मिलाने के बाद ही समझ में आता है कि किसान क्या कर रहे हैं। यह हेलीकॉप्टर से नहीं दिखता है।”

उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ तीन-चार उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है जो देशहित में नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘पूरा देश बेरोजगारी में डूबा है...महंगाई बढ़ती जा रही है और पूरा का पूरा फायदा और पूरा का पूरा धन तीन-चार उद्योगपतियों के हाथों में जा रहा है।'' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं डर को मिटाना चाहता हूं...जो किसानों के दिल में भाजपा नीत केंद्र सरकार ने डाला है। छोटे और मध्यम व्यापारियों के दिल में नोटबंदी और जीएसटी लागू करके और कोरोना में किसी की मदद नहीं करके डाला है.. जो युवाओं के दिल में बेरोजगारी फैलाकर डर डाला है...उस डर को मैं मिटाना चाहता हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और संघ के लोगों से मैं नफरत नहीं करता हूं...मगर मैं उनको इस देश में डर नहीं फैलाने दूंगा, क्योंकि यह डर का देश नहीं है।''

दिन के शुरुआती घंटों में यात्रा शुरू होने की शिकायत करने वाले लोगों के बारे में उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता सुबह 6 बजे के बजाय सुबह 5 बजे सड़कों पर दिखाई देगा। उन्होंने कहा, "यह महात्मा गांधी की पार्टी है, सावरकर और नाथूराम गोडसे की नहीं, हम तपस्या करना जानते हैं।'' कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यात्रा को हर जगह प्यार, समर्थन और स्नेह मिल रहा है। मुझे यकीन है कि राजस्थान के लोग यात्रा का समर्थन करेंगे।'' मध्य प्रदेश में 12 दिन बिताने के बाद यात्रा ने राजस्थान में प्रवेश किया। मध्य प्रदेश में यात्रा ने 380 किलोमीटर की दूरी तय की। यात्रा ने मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले से शाम करीब 6 बजकर 40 मिनट पर चवली नदी पर बने पुल को पार कर राजस्थान में प्रवेश किया।

केंद्र सरकार पर साधा निशाना

राहुल गांधी एक वाहन में बैठे थे। इस अवसर पर गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने सबसे कठिन यात्रा शुरू की है और लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, "बेरोजगारी चरम पर है, लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं, एकता और सद्भाव होना चाहिए लेकिन डर और नफरत का माहौल है, न्यायपालिका और निर्वाचन आयोग पर दबाव है।" चवली में, पार्टी के झंडे लिए ग्रामीण और कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम के लिए एकत्रित हुए।

यात्रा को भव्य बनाने के लिए और अपने नेता और उनके साथियों का स्वागत के लिए एक मंच पर ड्रम और डीजे की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाली सड़कों पर स्वागत होर्डिंग और गहलोत और पायलट के बैनर लगे थे। स्थानीय नेताओं के पोस्टर भी लगाए गए। प्रशासन ने पूरे कार्यक्रम स्थल को कवर करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से पुलिस कर्मियों के साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। यह पहली बार है जब आठ सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा कांग्रेस शासित राज्य में प्रवेश कर रही है।

21 दिसंबर को हरियाणा में प्रवेश करेगी यात्रा

यात्रा 21 दिसंबर को हरियाणा में प्रवेश करने से पहले 17 दिनों में झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, दौसा और अलवर जिलों से गुजरते हुए 500 किमी की दूरी तय करने वाली है। गांधी सोमवार को सुबह छह बजे काली तलाई से यात्रा का राजस्थान चरण शुरू करेंगे। वह 14 किमी की दूरी तय कर सुबह 10 बजे बाली बोरदा चौराहा पहुंचेंगे। दोपहर के भोजन के बाद यात्रा दोपहर 3.30 बजे नाहरडी से पुन: शुरू होगी और शाम 6.30 बजे चंद्रभागा चौराहा पहुंचेगी। कांग्रेस नेता शाम को चंद्रभागा चौराहा पर नुक्कड़ सभा करेंगे।

रात्रि विश्राम झालावाड़ के खेल परिसर में रहेगा। गांधी 15 दिसंबर को दौसा के लालसोट में किसानों के साथ संवाद करेंगे और 19 दिसंबर को अलवर के मालाखेड़ा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। यात्रा के राजस्थान में प्रवेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि गांधी को बताना चाहिए कि राज्य में कृषि ऋण माफ करने के उनके 2018 के चुनावी वादे का क्या हुआ। पूनिया ने कहा कि यात्रा के राजस्थान प्रवास के दौरान वह राहुल गांधी से रोजाना एक सवाल पूछेंगे।

किसानों का कर्जा तो माफ नहीं हुआ...

पूनिया ने आरोप लगाया, ‘‘किसानों का कर्जा तो माफ नहीं हुआ, लेकिन राजस्थान के किसानों का खेत साफ हो गया, राजस्थान के किसान की जेब साफ हो गई, हजारों किसानों की जमीनें नीलाम हो गईं, कई किसानों को आत्महत्या पर विवश होना पड़ा।'‘ पूनिया ने कहा, ‘‘राहुल गांधी राजस्थान में 18 दिन रहेंगे, इस दौरान मैं प्रतिदिन वीडियो संदेश के माध्यम से राहुल गांधी से एक सवाल करूंगा।'' उन्होंने सवाल किया कि राहुल गांधी राजस्थान आए हैं तो क्या राज्य के किसानों के लिये कोई सौगात देंगे।

राजस्थान में कांग्रेस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच मतभेदों को दूर करने का प्रयास कर रही है। हालांकि, राज्य में यात्रा के प्रवेश करने से पहले, गहलोत और पायलट ने एकजुटता दिखाई। यात्रा के राजस्थान चरण के प्रभावित होने की आशंकाओं को खारिज करते हुए, पायलट ने रविवार को पीटीआई-भाषा से कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई "पूरी तरह से एकजुट" है और यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है कि यात्रा अन्य राज्यों की तुलना में अधिक सफल हो। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा 12 महीनों में अगले चुनाव की दिशा में प्रयासों को और बढ़ाएगी। गहलोत नीत सरकार ने गुर्जर समुदाय के नेता विजय सिंह बैंसला को भी मना लिया है।

बैंसला ने हाल में राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ लंबित मुद्दों पर कई बैठकें की थी। उन्होंने आरक्षण और अन्य मुद्दों के संबंध में यात्रा को बाधित करने की चेतावनी दी थी। बैंसला ने यात्रा के खिलाफ अपना विरोध वापस ले लिया है। इससे पूर्व, दिन में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डोटासरा ने कहा, "यह राज्य में एक ऐतिहासिक यात्रा होगी। पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा, इस यात्रा के लिए राज्य के लोगों में बहुत उत्साह है।" झालावाड़ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के वर्चस्व वाला भाजपा का गढ़ है। राजे झालावाड़ के झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। इस जिले की चारों विधानसभा सीट भाजपा के पास हैं और राजे के बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़ लोकसभा सीट से सांसद हैं।

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