Edited By Anil dev,Updated: 17 Dec, 2019 06:17 PM
पर्यावरण संरक्षण की एक अनूठी पहल के तहत गुजरात में अहमदाबाद आधारित एक कंपनी ने होटलों, अस्पतालों तथा बड़े पैमाने पर जैविक रूप से परिवर्तनीय गीले कचरे पैदा करने वाले ऐसे अन्य संस्थानों अथवा संगठित रिहायशी इलाकों से कचरा लेकर जैविक खाद बनाने
अहमदाबाद: पर्यावरण संरक्षण की एक अनूठी पहल के तहत गुजरात में अहमदाबाद आधारित एक कंपनी ने होटलों, अस्पतालों तथा बड़े पैमाने पर जैविक रूप से परिवर्तनीय गीले कचरे पैदा करने वाले ऐसे अन्य संस्थानों अथवा संगठित रिहायशी इलाकों से कचरा लेकर जैविक खाद बनाने तथा इसकी बिक्री से होने वाले लाभ को कचरा देने वाले संस्थानों के साथ साझा करने वाला राज्य का इकलौता संयंत्र शुरू किया है।
जैविक कचरा प्रबंधन तथा पर्यावरणीय समाधान प्रदाता कंपनी एन्वीकेयर सोल्युशन्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विवेक पटेल ने आज बताया कि फिलहाल प्रतिदिन 40 टन अथवा 40 हजार किलो गीले बॉयो डिग्रेडेबल कचरे के प्रसंस्करण की क्षमता वाल यह संयंत्र अहमदाबाद के निकट विंजोल में दो दिन पहले ही शुरू किया गया है। 40 टन कचरे से 16 टन जैविक खाद प्रति दिन बन सकता है। इसकी बिक्री से होने वाले लाभ का उपलब्ध कराए गए कचरे की मात्रा के हिसाब से आंकलन कर 33 प्रतिशत उन संस्थानों को दिया जायेगा जिन्होंने कचरा उपलब्ध कराया है। कचरा एकत्र करने वाली कंपनी ग्रीन्सवीकीप सोल्यूशन्स के भी निदेशक श्री पटेल ने कहा कि संयंत्र की क्षमता को विस्तारित कर अगले तीन से चार माह में 120 टन प्रति दिन करने की योजना है।
इसके साथ ही ऐसे ही मॉडल पर काम करने वाले और संयंत्र गुजरात के वडोदरा, सूरत, राजकोट और भावनगर में तथा इसकी सीमा से लगे माउंट आबू में शुरू करने की भी योजना है। उन्होंने बताया कि कंपनी कचरा एकत्र करने के अलावा इसकी छंटाई तथा ट्रीटमेंट भी करती है। इससे पर्यावरण की सुरक्षा होती है और बड़े पैमाने पर यूं ही बेकार हो जाने वाला गीला कचरा उर्वरक में तब्दील हो जाता है। कंपनी ऐसे किसी भी संस्थान से कचरा एकत्र कर सकती है जिसके पास से प्रति दिन उक्त श्रेणी का कम से कम 20 किलो कचरा होता हो। पटेल ने कहा कि कंपनी इस मामले में अहमदाबाद महानगरपालिका समेत अन्य शहरी निकायों से भी चर्चा करेगी।