Edited By Seema Sharma,Updated: 06 Aug, 2020 11:30 AM
मुंबई में हुई भारी बारिश के बाद पूरा शहर पानी-पानी हो गया। भारी बारिश के चलते यातायात सेवाएं बाधित हो गई तथा ऐतिहासिक बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) भवन के ऊपर लगे बोर्ड भी क्षतिग्रस्त हो गए। दक्षिण मुंबई स्थित जसलोक अस्पताल को ढंकने वाले तिरपाल तेज...
नेशनल डेस्कः मुंबई में हुई भारी बारिश के बाद पूरा शहर पानी-पानी हो गया। भारी बारिश के चलते यातायात सेवाएं बाधित हो गई तथा ऐतिहासिक बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) भवन के ऊपर लगे बोर्ड भी क्षतिग्रस्त हो गए। दक्षिण मुंबई स्थित जसलोक अस्पताल को ढंकने वाले तिरपाल तेज हवाओं से उड़ गए। वहीं, भारी बारिश के चलते सरकारी जे जे अस्पताल में जलजमाव हो गया, जहां डॉक्टरों को घुटने भर पानी से होकर गुजरना पड़ा। बारिश के चलते मुंबई में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक विशेष बुलेटिन में कहा है कि मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में गुरुवार सुबह तक भारी बारिश जारी रहेगी।
जलभराव में फंसे पवार
NCP प्रमुख शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले भी मुंबई में हुए जलभराव में फंस गए।सुले फेसबुक लाइव हुई जिसमें शरद पवार ने कहा कि उन्होंने जीवन में पहली बार इतना पानी देखा है। पवार ने कहा कि मंत्रालय और दक्षिणी मुंबई में पानी भर गया। दक्षिणी मुंबई और मुंबई सिटी के कोलाबा में पिछले 46 घंटे में सबसे अधिक बारिश हुई है, यहां बीते 12 घंटे में 293.8 मिमी बारिश हुई।
वहीं दक्षिण मुंबई में वानखेड़े स्टेडियम की हाइ मास्ट लाइट वाले खंभे तेज हवा के साथ हिलते दिखाई दिए। दक्षिण मुंबई में स्थित जसलोक अस्पताल के भवन की बाहरी दीवारों पर लगी सीमेंट की टाइलें भी गिर गईं। हवा की गति इतनी तेज थी कि बुधवार दोपहर को पड़ोस के रायगढ़ जिले में जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) पर लगे तीन क्रेन तक गिर गए। जेएनपीटी के अध्यक्ष संजय सेठी ने कहा कि हवा की तेज गति के कारण हमारे एक टर्मिनल में तीन क्रेन गिर गए लेकिन हादसे में कोई घायल नहीं हुआ।
उधर, दोपहर को अरब सागर में उफान के चलते पानी बाहर आ गया और दक्षिण मुंबई के गिरगांव चौपाटी की बाहरी सड़क पर भारी जलभराव हो गया। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, उन्होंने पहली बार चौपाटी के बाहर सड़क पर, मरीन ड्राइव और अन्य इलाकों में इतना पानी भरा हुआ देखा है।