Edited By Yaspal,Updated: 24 Mar, 2024 07:26 PM
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के एक छात्र को कथित तौर पर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के प्रति निष्ठा रखने के मामले में रविवार को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी
नेशनल डेस्कः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के एक छात्र को कथित तौर पर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के प्रति निष्ठा रखने के मामले में रविवार को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि आरोपी तौसीफ अली फारूकी जीवविज्ञान विषय में चौथे वर्ष का छात्र है और उसे शनिवार को हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने छात्र को कोर्ट में पेश किया, जहां से 10 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है।
असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के महानिरीक्षक पार्थसारथी महंत ने बताया कि उससे पूछताछ के बाद पुलिस को आईएसआईएस के साथ उसके संबंधों के विश्वसनीय सबूत मिले और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। महंत ने बताया, ‘‘ हमने उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। हमने आईआईटी, गुवाहाटी परिसर में स्थित उसके छात्रावास के कमरे की भी तलाशी ली।'' उन्होंने बताया कि मूल रूप से दिल्ली निवासी फारूकी को भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि उसे शनिवार को कामरूप जिले के हाजो से तब हिरासत में लिया गया जब वह कथित तौर पर आतंकवादी समूह के प्रति निष्ठा रखने के बाद आईएसआईएस में शामिल होने जा रहा था। फारूकी को ‘आईएसआईएस- इंडिया' के प्रमुख हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारुखी और उसके सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान को बांग्लादेश से भारत में दाखिल होने के बाद असम के धुबरी जिले से गिरफ्तार किए जाने के तीन दिन बाद हिरासत में लिया गया था।