बीयर के जरिए मजबूत हो रही भारत-भूटान की दोस्ती

Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Aug, 2020 12:23 PM

india bhutan friendship strengthened through beer

दिल्ली के कैफे और रैस्टोरैंट्स में पीने-पिलाने के रंग-रंग के ड्रिंक्स में एक ‘कटी पतंग’ नामक बीयर शौकीनों द्वारा बहुत पसंद की जाती है। बॉलीवुड की बेहद लोकप्रिय फिल्म के नाम वाली यह बीयर भूटान और भारत में  दोस्ती मजबूत करती आ रही है। 2018 में दिल्ली...

नेशनल डेस्क: दिल्ली के कैफे और रैस्टोरैंट्स में पीने-पिलाने के रंग-रंग के ड्रिंक्स में एक ‘कटी पतंग’ नामक बीयर शौकीनों द्वारा बहुत पसंद की जाती है। बॉलीवुड की बेहद लोकप्रिय फिल्म के नाम वाली यह बीयर भूटान और भारत में  दोस्ती मजबूत करती आ रही है। 2018 में दिल्ली में लाई गई ‘कटी पतंग’ दिल्ली की ही एक फर्म द्वारा बेची जा रही है। इस बीयर के बारे में कहा जाता है कि यह ‘संसार के सबसे प्रसन्न जल’ से बनाई जाती है। भूटान की 2 बड़ी बीयर निर्माता कंपनियों में से एक सेरभुम ब्रुअरी इसे बनाती है। 

 

बीयर पीने के शौकीनों ने दुनिया भर की बीयर पीने के बाद भूटानी बीयर में कुछ अलग ताजगी और स्वाद पाया तो भारतीय उद्यमियों ने भूटान दौड़ लगानी शुरू कर दी। इनमें से एक हैं दिल्ली के जोशीले उद्योगपति ऋषभ रंजन। रंजन ने दिल्ली वालों को अच्छी बीयर बेचने के लिए कई देशों खासकर यूरोप की ब्रुअरियों के चक्कर लगाए। आखिर उनकी खोज समाप्त हुई भूटान में। उन्होंने सेरभुम से कोलैबोरेशन करके ‘बिओर 360’ बीयर बनवाई है जो पिछले महीने दिल्ली के बाजार में आ गई। ‘बिओर 360’ नाम के पीछे सोच यह है कि बीयर पीने वाले को धड़ाधड़ा ढेर-सी बीयर चढ़ाकर टुन्न नहीं हो जाना बल्कि थोड़ी-थोड़ी पीते हुए देर तक ‘बैद्धिक बातों’ में रमे रहना है। सेरभुम का आदर्श वाक्य भी तो यह है-‘कम पीयो, बेहतर पीयो’।

 

‘बिओर 360’ इतनी पसंद की जा रही है कि ऋषभ रंजन दिल्ली के बाद अब गुरुग्राम और नोएडा में भी इसे ले जाना चाहते हैं। अकेले ऋषभ रंजन ही नहीं हैं जिन्होंने भूटानी बीयर में इतनी अधिक रुचि दिखाई है बल्कि सिंबा, आर्बर ब्रुइंग कंपनी और व्हाइट रैनो कंपनी भी भूटान में अपना कारोबार बढ़ाने की सोच रही हैं। 

 

बहन-भाइयों का उद्यम है सेरभुम ब्रुअरी 
सेरभुम ब्रुअरी राजधानी थिम्पू से 15 किलोमीटर दूर हौंगत्शो के मनोरम जंगल में स्थित है। ब्रुअरी यहां स्थापित करने के पीछे है यहां मिलने वाला हिमालय के झरनों का स्वच्छ एवं शुद्ध जल। कहा भी जाता है-‘बीयर में जल ही सबकुछ है’। सेरभुम का भूटानी में अर्थ है स्वर्ण चषक। सेरभुम ब्रुअरी की संस्थापक सोनम लहादन ने अमरीका में पढ़ाई की और वहां बीयर उद्योग का प्रत्यक्ष अनुभव लिया। वहां से मिले अनुभव से अपने देश में उच्च  कोटि की बीयर बनाने का कारखाना लगाने का विचार आया। देश में लाइसैंस वगैरह लेते हुए सात साल लग गए। सोनम ने अपने दो भाइयों को अपने साथ लिया और कारखाना स्थापित कर दिया। इनमें से एक भाई कर्मा तेनजिंग ने ‘मास्टर ब्रुअर’ की भूमिका संभाल ली जबकि दूसरे भाई पर कोई और जिम्मेदारी है। सेरभुम का मुख्य ब्रांड है ‘भूटान ग्लोरी’। सोनम की ब्रुअरी ‘ड्रैगन स्नाउट’ नामक बीयर भी बनाती है। 

‘ड्रक11000’ बनाने वाली 
भूटान ब्रुअरी सबसे बड़ी ब्रुअरी
सेरभुम ब्रुअरी का सामना है भूटान ब्रुअरी से, जिसका भूटान के बीयर मार्किट पर कब्जा है। वह अत्यधिक लोकप्रिय ब्रांड ‘ड्रक11000’ बनाती है। यह बीयर जितनी स्थानीय लोगों की मनपसंद है, उतनी ही विदेशों में भी इसकी मांग है। यह भूटान के बड़े निर्यात में गिनी जाती है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!