Edited By Tanuja,Updated: 09 Jul, 2023 04:06 PM
कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों के मामले भारतीय विदेश मंत्रालय ने चिंता...
इंटरनेशनल डेस्कः कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों के मामले भारतीय विदेश मंत्रालय ने चिंता जाहिर की है। खासकर कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा हाल ही में दो राजनयिकों को धमकी वाले पोस्टर सामने आने के बाद इस बारे में चिंता बढ़ी है। भारत ने विभन्न देशों में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा हिंसा और राजनयिकों को धमकी के मामले में वहां की सरकारों से कार्रवाई करने को कहा है ।
गुरुवार को भारत ने इन देशों से अलगाववादी गतिविधियों पर कार्रवाई करने को कहा है। कनाडा में धमकी वाले पोस्टर और बीते दिनों अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला और आगजनी की घटना के बाद भारत ने इन तत्वों पर कार्रवाई की मांग की है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को प्रेस वार्ता में कहा, "अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर, हमें उन लोगों को जगह नहीं देनी चाहिए जो हिंसा की वकालत करते हैं, अलगाववाद का प्रचार करते हैं या आतंकवाद को वैध बनाते हैं।"
खालिस्तान समर्थक पोस्टरों में कनाडा में भारतीय राजनयिकों को धमकी 8 जुलाई को होनी है "किल इंडिया" रैली यह बयान ऐसे समय में आया है जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा, "हमने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ गंभीर कार्रवाई की है और हमेशा ऐसा करेंगे।" उन्होंने कहा कि यह मानना गलत है कि उनकी सरकार देश में खालिस्तान समर्थकों और आतंकवादियों के प्रति नरम है। ट्रूडो का यह बयान भारत की तरफ से सोमवार को दिल्ली में कनाडा के राजदूत को तलब करने के बाद आया है। नई दिल्ली ने धमकी वाले पोस्टर के मामले में कनाडा के राजदूत के सामने आपत्ति जताई थी।
पत्रकारों से बात करते हुए बागची ने कहा, "हमारे राजनयिकों और विदेश में हमारे राजनयिक परिसरों के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले ये पोस्टर अस्वीकार्य हैं और हम उनकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। कनाडा के संबंध में, इस मामले को नई दिल्ली और ओटावा दोनों में कनाडाई अधिकारियों के साथ मजबूती से उठाया गया है।" बागची ने कहा, "हमने कनाडा सरकार से अपने राजनयिकों और कनाडा में हमारे राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है ।" निज्जर की हत्या के बाद से तनाव खालिस्तान समर्थक समूहों ने 8 जुलाई को पश्चिम के कई देशों में "किल इंडिया" रैली की योजना की घोषणा की है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने इस बात पर जोर दिया कि लंदन में भारतीय मिशन पर कोई भी सीधा हमला "पूरी तरह से अस्वीकार्य" है।
उन्होंने भारतीय मिशन की सुरक्षा का पूरा आश्वासन दिया है। पिछले महीने कनाडा में हुई वॉन्टेड खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जोड़ा जा रहा है।इन समूहों ने निज्जर की हत्या के लिए तथाकथित "भारतीय हाथ" बताया है और भारतीय राजनयिकों के खिलाफ धमकी वाले पोस्टर जारी किए गए थे। निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्सेस नाम के एक संगठन का मुखिया था। इस पोस्टर में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में काउंसल जनरल अपूर्व श्रीवास्तव पर निज्जर की हत्या आरोप लगाया गया।