Edited By Tanuja,Updated: 11 Jun, 2022 02:47 PM
पिछले 2 माह से अधिक समय से रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस दौरान कई देश रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा चुके हैं। युद्ध के बीच ही रूस...
इंटरनेशनल डेस्कः पिछले 2 माह से अधिक समय से रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस दौरान कई देश रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा चुके हैं। युद्ध के बीच ही रूस ने भारत के साथ एक बड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और रूसी कंपनी के बीच हुआ है। यह जानकारी दिल्ली में रूसी दूतावास ने एक आधिकारिक बयान में दी।
दिल्ली में रूसी दूतावास ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि रूसी कंपनी, साइंटिफिक एंड प्रोडक्शन कॉरपोरेशन-रेडियो टेक्निकल सिस्टम्स (NPO-RTS) ने भारत के साथ एक समझौता किया है। इस बीच, भारत में हवाई अड्डों के लिए ILS-734 लैंडिंग सिस्टम के 34 सेट उपलब्ध कराए जाएंगे। 34 रेडियो सेट भारत में 24 विभिन्न हवाई अड्डों पर स्थापित किए जाएंगे, एक रूसी कंपनी भारत में हवाई अड्डों पर उपकरणों की आपूर्ति करेगी ।
दूतावास के मुताबिक, भारत को इस साल नवंबर से उपकरण मिलने शुरू हो जाएंगे। इस समझौते के तहत लेनदेन के लिए राष्ट्रीय मुद्रा, रुपया और रूबल का उपयोग किया जाएगा। बता दें कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने देश के 24 विभिन्न हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण के लिए टेंडर जारी किए थे जिसमें दुनिया भर के प्रमुख वैश्विक रेडियो सेट निर्माताओं ने भाग लिया। हालांकि, टेंडर एक रूसी कंपनी को दिया गया ।
भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि एनपीओ-आरटीएस और एएआई के बीच समझौता भारत में भूमि-आधारित रेडियो उपकरणों के अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बाजार में रूसी व्यवसाय के लिए एक सफलता है। समझौते के सफल कार्यान्वयन से निस्संदेह भारतीय हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए संयुक्त उद्यमों के कार्यान्वयन के नए अवसर खुलेंगे।