Edited By Seema Sharma,Updated: 21 Oct, 2020 09:58 AM
भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक कॉर्पोरल वांग या लांग को मंगलवार रात चीन को सौंप दिया। चीनी सैनिक को भारत ने चुशूल-मोल्दो मीटिंग प्वॉइंट पर वापिस लौटाया। वहीं इससे पहले मंगलवार सुबह चीन ने उम्मीद जताई कि पूर्वी लद्दाख में भारतीय...
नेशनल डेस्कः भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक कॉर्पोरल वांग या लांग को मंगलवार रात चीन को सौंप दिया। चीनी सैनिक को भारत ने चुशूल-मोल्दो मीटिंग प्वॉइंट पर वापिस लौटाया। वहीं इससे पहले मंगलवार सुबह चीन ने उम्मीद जताई कि पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना द्वारा पकड़े गए उसके भटके हुए सैनिक को जल्द छोड़ दिया जाएगा। बता दें कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक को पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में सोमवार को उस समय पकड़ा था जब वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भटक कर भारतीय क्षेत्र में आ गया था। यह घटना ऐसे समय हुई है जब सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों ने क्षेत्र में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर रखी है।
भारतीय सेना ने सोमवार को एक बयान में कहा था कि चीनी सैनिक की पहचान कॉर्पोरल वांग या लान्ग के रूप में की गई है और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद चुसुल-मोल्डो सीमा चौकी पर उसे चीनी सेना को सौंप जाएगा। PLA के ‘वेस्टर्न थिएटर कमांड' के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग शुइली ने सोमवार रात एक बयान में कहा कि चीन को उम्मीद है कि 18 अक्तूबर की शाम स्थानीय चरवाहों के अनुरोध पर एक याक को वापस लाने में मदद करने के दौरान चीन-भारत सीमा इलाके में भटक गए चीनी सैनिक को भारत जल्द वापस कर देगा।
वहीं अंतर्राष्ट्रीय नियम के मुताबिक, शांति काल में जब भी किसी देश का सैनिक दूसरे देश में पकड़ा जाता है तो सबसे पहले उसकी तलाशी ली जाती है, इसके बाद पकड़े गए शख्स की पहचान पता की जाती है और फिर दूसरे पक्ष को इसकी सूचना दी जाती है। पूरी संतुष्टी के बाद ही सैनिक को वापिस लौटाया जाता है।