Edited By Parminder Kaur,Updated: 09 Mar, 2024 03:36 PM
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव पीएआई डिवीजन जेपी सिंह ने गुरुवार को तालिबान द्वारा नियुक्त अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी से मुलाकात की और काबुल के साथ संबंधों का विस्तार करने और चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देने की...
इंटरनेशनल डेस्क. विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव पीएआई डिवीजन जेपी सिंह ने गुरुवार को तालिबान द्वारा नियुक्त अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी से मुलाकात की और काबुल के साथ संबंधों का विस्तार करने और चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देने की नई दिल्ली की इच्छा व्यक्त की। बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-अफगान द्विपक्षीय संबंधों और दोनों देशों के बीच आर्थिक और पारगमन मुद्दों पर चर्चा की।
अफगानिस्तान सरकार के एक बयान में कहा गया है कि सिंह और मुत्तकी ने सुरक्षा, व्यापार और नशीले पदार्थों का मुकाबला करने के तरीकों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। मानवीय सहायता के लिए भारत का आभार व्यक्त करते हुए मुत्तकी ने कहा कि अफगानिस्तान भारत के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना चाहता है। मुत्तकी ने अफगान व्यापारियों, मरीजों और छात्रों के लिए भारत द्वारा वीजा जारी करने की सुविधा प्रदान करने का आह्वान किया।
बता दें भारत ने अभी तक अफगानिस्तान में तालिबान शासन को मान्यता नहीं दी है और काबुल में वास्तव में समावेशी सरकार के गठन की वकालत कर रहा है। भारत इस बात पर भी जोर दे रहा है कि अफगान धरती का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं किया जाना चाहिए। भारत अफगानिस्तान में उभर रहे मानवीय संकट को दूर करने के लिए मानवीय सहायता प्रदान करने की वकालत करता रहा है।