Edited By ,Updated: 07 Sep, 2016 03:18 PM
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 8 सितंबर को एडवांस वेदर सैटेलाइट जीएसएलवी- एफ 05/ इनसैट 3 डीआर का प्रक्षेपण करेगा।
चेन्नईः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 8 सितंबर को एडवांस वेदर सैटेलाइट जीएसएलवी- एफ 05/ इनसैट 3 डीआर का प्रक्षेपण करेगा। यह प्रक्षेपण सतीश धवन स्पेश सेंटर श्रीहरिकाटा से शाम के 4 बजकर 10 मिनट पर किया जाएगा। इस बात जानकारी इसरो ने अपनी वेबसाइट पर दी है। आईए आपको बताते हैं इसकी कुछ खास बातें जो स्पेस की दुनिया में भारतीय मायने में नया इतिहास रचेगी।
10 साल तक चलेगी यह सैटेलाइट
प्रक्षेपित होने के बाद यह सैटेलाइट 10 साल तक चलेगी। इसकी मदद से रेस्क्यू और ऑपरेशनल सर्च में मदद मिलेगी। हालांकि यह काम 3 डीआर इनसैट 3 डी के साथ मिलकर करेगा जिसे 2013 में लॉन्च किया गया था। फिलहाल 3 डीआर का प्रयोग कोस्ट गार्ड, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, जहाज और रक्षा सेवाओं के लिए किया जा रहा है।
GSLV की 10वीं उड़ान
जीएसएलवी- एफ05 की यह 10वीं उड़ान होगी जो 2,211 किलो वजनी वेदर सैटेलाइट को अपने साथ लेकर जाएगा। यह सैटेलाइट देश को मौसम संबंधी सेवाएं प्रदान करेगा। जीएसएलवी एफ 05, इनसैट 3 डीआर को जियोस्टेशनरी ट्रांसफर ऑर्बिट में पहुंचाएगा जहां सैटेलाइट के सोलर पैनल तुरंत अपने काम में लग जाएंगे।
लगेंगे कुल 17 मिनट
सैटेलाइट का कंट्रोल इसरो के मास्टर कट्रोल फैसिलटी हसन, कर्नाटक से होगा। सैटेलाइट के लॉन्च होने के बाद कुल प्रक्रिया में 17 मिनट लगेगा जिसमें इसके जियोस्टेशनरी ऑर्बिट के सर्कुलर में पहुंचने को शामिल किया जाएगा।