Edited By Tanuja,Updated: 06 Dec, 2020 04:52 PM
भारत में किसानों के प्रदर्शन पर कनाडा का दोहरा रुख सामने आया है । एक तरफ शुक्रवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत में ...
इंटरनेशनल डेस्कः भारत में किसानों के प्रदर्शन पर कनाडा का दोहरा रुख सामने आया है । एक तरफ शुक्रवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर कहा, 'कनाडा हमेशा दुनियाभर में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध-प्रदर्शन के अधिकार के समर्थन में खड़ा रहेगा और तनाव को घटाने और संवाद के लिए कदम उठाए जाने से बेहद खुश हैं।'
दूसरी तरफ शनिवार को कनाडा की सत्ताधारी पार्टी ने विश्व व्यापार संगठन( WTO) में भारत के खाद्य एवं जीविकोपार्जन सुरक्षा सहित घरेलू कृषि उपायों पर सवाल उठाते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) और अन्य कृषि नीतियों पर विरोध जताया है।
WTO में भारत की कृषि नीतियो कनाडा द्वारा सवाल उठाना इस बात का सबूत है कि कनाडा को भारत के किसानों और कृषि उत्पादकों की वास्तविक बेहतरी को लेकर कितनी चिंता है। खास बात है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया था और कहा था कि उनका देश शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का हमेशा समर्थन करेगा। उन्होंने हालात पर चिंता जताई थी।
भारत ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए शुक्रवार को कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल को समन कर ट्रूडो और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों के बयानों पर एतराज जताया और कहा देश के आंतरिक मामलों में ‘हस्तक्षेप अस्वीकार्य’ है और इस मामले में यह कार्रवाई जारी रहती है तो द्विपक्षीय संबंधों को ‘गंभीर नुकसान’ पहुंच सकता है।