Edited By rajesh kumar,Updated: 15 Mar, 2023 02:40 PM

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी द्धारा लंदन (UN) में की गई टिप्पणियों के चलते देश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। बीजेपी जहां राहुल गांधी पर हमलावर बनी हुई है तो दूसरी ओर कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पलटवार कर रही है।
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी द्धारा लंदन (UN) में की गई टिप्पणियों के चलते देश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। बीजेपी जहां राहुल गांधी पर हमलावर बनी हुई है तो दूसरी ओर कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पलटवार कर रही है। इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र कर राहुल गांधी पर हमला बोला है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, जब कांग्रेस ने अटल जी को यूएन भेजा था, तब बीजेपी विपक्ष मे थी लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी ने विदेश में भारत की बुराई नहीं की।
हालांकि उस दौरान वहां मौजूद कुछ पत्रकारों ने पूछा कि आप विपक्ष में होने के बावजूद सरकार के पक्ष में क्यों बोल रहे...तो बदले में अटल जी ने कहा था कि मैं यहां भारत का प्रतिनिधित्व करने आया हूं और वहां मैं भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व करता हूं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बातें खरगोन की बड़वाह विधानसभा में एक आयोजन समारोह के दौरान कहीं।
मैं यहां भारत के झंडे का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं
कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि यूएन की बैठक में प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी को भेजा था। अटल जी ने विदेश में जम्मू कश्मीर के विषय में भारत सरकार के किए गए कार्यों के बारे में पक्ष रखा था। लेकिन वहां पत्रकारों ने अटल जी से पूछा कि आप तो सरकार की खूब आलोचना करते हैं, लेकिन यहां आकर आप सरकार का पक्ष ले रहे हैं? इसके जवाब में अटल जी ने कहा कि देश में हमारी पार्टी विपक्ष में है, लेकिन यहां मैं भारत के झंडे का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। लोकतंत्र में राजनीति में कहां विरोध करना चाहिए इस बात की समझ होना चाहिए।
लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा जारी
राहुल गांधी के लंदन के बयान को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में दो दिन से हंगामा जारी है। बजट सत्र के दूसरे चरण की सोमवार को शुरूआत हुई, लेकिन अभी तक संसद में कोई विधायी कामकाज नहीं हो सका है। राहुल गांधी ने ब्रिटेन के मशहूर शिक्षण संस्थान कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए व्याख्यान में यह आरोप लगाया था कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। बीजेपी इसी बयान पर अब हमलावर बनी हुई है और मांग कर रही है कि उन्हें सदन में आकर देश से मांफी मांगनी चाहिए।