Edited By Yaspal,Updated: 27 Apr, 2018 12:49 AM
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे ही देश के दो प्रमुख दल कांग्रेस और बीजेपी के नेता जनता के बीच जाकर अपनी-अपनी जीत के लिए हर एक तरह का पैंतरा अजमा रहे हैं।
नेशनल डेस्कः कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे ही देश के दो प्रमुख दल कांग्रेस और बीजेपी के नेता जनता के बीच जाकर अपनी-अपनी जीत के लिए हर एक तरह का दांव पेच आजमा रहे हैं। इसकी एक जंग सोशल मीडिया पर भी जारी है। गुरुवार को कांग्रेेस पार्टी और बीजेपी के बीच ट्विटर पर शौचालय के मुद्दे पर जंग हुई।
बीजेपी के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया गया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के चार साल के शासनकाल में 350 करोड़ की लागत से सिर्फ 20 लाख घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया था। उधर, बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के चार सालों के शासनकाल में 2100 करोड़ की लागत से 34 लाख शौचालयों का निर्माण कराया गया है। बीजेपी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दावा किया कि कर्नाटक में बीजेपी सत्ता में आती है तो राज्य का तेजी से विकास होगा।
बीजेपी के इस ट्वीट पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए लिखा कि यूपीए शासनकाल के दौरान एक शौचालय में 1750 रुपये का खर्च आता था, जोकि बीजेपी के शासनकाल में यह बढ़कर 6177 रुपये पहुंच गया है। कांग्रेस ने इस बढ़ते खर्च पर सवाल उठाया और लिखा, छोटा मोदी+ बड़ा मोदी = स्वच्छ भारत।
कांग्रेस के इस ट्वीट के बाद बीजेपी ने भी एक बार फिर ट्वीट किया और कहा कि "डियर कांग्रेस अपने ज्ञान के स्तर को उतना कम मत करिए", जितना आपके अध्यक्ष का है। बीजेपी ने आगे लिखा कि केंद्र सराकर ने कर्नाटक सरकार को शौचालय बनाने के लिए 2100 करोड़ रुपये दिये थे। यदि आप कहते हैं कि पर्याप्त शौचालय नहीं बने तो सिद्धरुपैया जी से पूछिए।
बता दें कि कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 12 मई को चुनाव होना है। 15 मई को मतों की गिनती की जाएगी। इन सबके बीच राज्य में चुनावी जंग तेज हो गई है। जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक पर माहौल गर्म है।