Edited By ,Updated: 07 Jan, 2017 06:13 PM
श्रीनगर के लोगों के लिए तब खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब स्थानीय लड़के बासित अहमद और मोहम्मद असरार
श्रीनगर: श्रीनगर के लोगों के लिए तब खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब स्थानीय लड़के बासित अहमद और मोहम्मद असरार ने सीआरपीएफ की बदौलत स्पेन की फुटबॉल टीम में जगह बनाई। 18 साल के इन दो उभरते फुटबॉल खिलाड़ियाें की जितनी तारीफ की जाए कम है। घाटी में मौजूदा तनाव के बावजूद इन दोनों ने खेल के प्रति अपने प्रेम और जुनून को बनाए रखा और टीम में जगह बनाई। दरअसल, घाटी के वर्तमान हालात में पिछले 4 महीनों से स्कूल और खेलकूद के क्षेत्र में छात्र कुछ खास नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में सीआरपीएफ ने स्पेन के इस फुटबॉल क्लब से हाथ मिलाया ताकि ज़मीनी स्तर पर प्रतिभाओं को प्रोत्साहन दिया जा सके।
खुश हूं बासित को चुना गया
बासित और असरार ने इसी पहल की बदौलत स्पेन की टीम के साथ खेलने का मौका हासिल किया। बासित कहते हैं कि यह तो एक सपने की तरह है। यह सपना जो अब सच्चाई में बदलने जा रहा है। असरार ने बताया, मैंने तो इसके बारे में कभी सोचा ही नहीं था। कॉम्पिटिशिन बहुत तगड़ा था। खुश हूं कि बासित को चुना गया। मुझे भी सीखने का मौका मिलेगा और मैं अपना बेस्ट दूंगा। कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक, इन दोनों युवाओं के खेल से जुड़े सभी खर्चे स्पेन के इस क्लब द्वारा उठाए जाएंगे। सीआरपीएफ कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल ज़ुल्फीकार हसन बताते हैं कि सीआरपीएफ ने स्पेन के क्लब के साथ हाथ मिलाया था। यह तो बहुत खुशी की बात है कि इन दोनों लड़कों को चुन लिया गया है।