Edited By Yaspal,Updated: 19 Aug, 2021 06:02 PM
कोलकाता हाईकोर्ट ने ममता सरकार को बड़ा झटका दिया है। हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच सीबीआई से कराने का फैसला दिया है। हाईकोर्ट ने बंगाल में हुई हिंसा की जांच सीबीआई को को करने की मंजूरी दे दी है। कोलकाता हाईकोर्ट...
नेशनल डेस्कः कोलकाता हाईकोर्ट ने ममता सरकार को बड़ा झटका दिया है। हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच सीबीआई से कराने का फैसला दिया है। हाईकोर्ट ने बंगाल में हुई हिंसा की जांच सीबीआई को को करने की मंजूरी दे दी है। कोलकाता हाईकोर्ट ने मामलों की जांच CBI को सौंपने की मंजूरी दे दी है। हाईकोर्ट की 5 जजों की बेंच में यह फैसला सुनाया है। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) ने पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा की जांच CBI से कराने की मांग की थी। भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया था कि हिंसा में उसके 14 कार्यकर्ताओं की जान गई है।
वहीं, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में राज्य सरकार के संरक्षण में हिंसा हुई। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश ने राज्य सरकार को एक्सपोज कर दिया है। हम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हैं।
पश्चिम बंगाल चुनाव में सत्तारूढ़ दल टीएमसी के चुनाव जीतने के बाद बंगाल में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। भाजपा ने आरोप लगाया कि उसके कार्यकर्ताओं पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमाल किया और उनकी हत्या कर दी। इस संबंध में याचिका दाखिल कर कहा गया था कि विपक्षी दलों के सदस्यों और समर्थकों की निर्मम हत्या की गई है, उनके घरों और निजी संपत्ति को नष्ट किया गया है।
याचिका में कहा गया है कि इलाकों में बमबारी करने, हत्याएं, महिलाओं का शील भंग करने, दंगे-फसाद, लूटपाट, अपहरण, आगजनी और सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने सहित कई जघन्य अपराध हुए हैं। याचिका में राज्य में विरोधी दलों का समर्थन करने वाली महिलाओं के खिलाफ सामूहिक बलात्कार और शारीरिक हमले की घटनाओं की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है।