Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 12:58 PM
अगर नीलम संजीव रेड्डी को छोड़ दिया जाए, तो आजादी के बाद अभी तक सभी राष्ट्रपति चुनाव के जरिए ही चुने गए।
नेशनल डैस्कः अगर नीलम संजीव रेड्डी को छोड़ दिया जाए, तो आजादी के बाद अभी तक सभी राष्ट्रपति चुनाव के जरिए ही चुने गए। और सत्ताधारी एनडीए के रामनाथ कोविंद के उम्मीदवार खड़ा करने के बाद विपक्ष के मीरा कुमार के मैदान में उतराने के बाद इस बार भी कुछ ऐसा ही होने जा रहा है। बता दें कि इतिहास ऐसा रहा है कि वीवी गिरी के अलावा सभी विजेता प्रत्याशी सत्ताधारी दल की ओर से खड़े किए गए उम्मीदवार ही रहे हैं। रामनाथ कोविंद को मिले भारी समर्थन के बाद इस बार भी परिणाम कुछ ऐसा ही आने के आसार हैं। बहरहाल, आपको आजादी के बाद की ‘चुनावी तस्वीर’ के बारे में बता देते हैं।
साल |
कुल उम्मीदवार |
विजेता+ वोट प्रतिशत |
उपविजेता + वोट प्रतिशत |
1952 |
05 |
डा. राजेंद्र प्रसाद (83.8) |
केटी शाह (15.3) |
1957 |
03 |
डा. राजेंद्र प्रसाद (99) |
एन नारायण दास (0.4) |
1962 |
03 |
डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (98.2) |
चौधरी हरि राम (1.1) |
1967 |
17 |
जाकिर हुसैन (56.2) |
कोटा सुब्बाराव (42.4) |
1969 |
15 |
वी. वी गिरी (43) |
नीलम संजीव रेड्डी (37.5) |
1974 |
02 |
फखरुद्दीन अली अहमद (80.2) |
त्रिदीब चौधरी (19.8) |
1977 |
01 |
नीलम संजीव रेड्डी (0) |
कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं |
1982 |
02 |
ज्ञानी जैल सिंह (72.7) |
एच. आर. खन्ना (27.3) |
1987 |
03 |
आर. वेंकटरमन (72.3) |
वी. कृष्णा अय्यर (27.5) |
1992 |
04 |
डा. शंकर दयाल शर्मा (65.9) |
जी.जी. स्वेल (33.8) |
1997 |
02 |
के. आर. नारायणन (95) |
टीएन सेशन (5.0) |
2002 |
02 |
एपीजे अब्दुल कलाम (89.6) |
लक्ष्मी सहगल (10.4) |
2007 |
02 |
प्रतिभा पाटिल (65.8) |
भैरो सिंह शेखावत (34.2) |
2012 |
02 |
प्रणब मुखर्जी (69.3) |
पीए संगमा (30.7) |