Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Aug, 2018 05:17 PM
दिल्ली में युवाओं को अब लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ और अथॉरिटी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। दिल्ली में रहने वाले और कॉलेज जाने वाले तमाम युवाओं को अब उनके अपने कॉलेज से ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा।
नई दिल्लीः दिल्ली में युवाओं को अब लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ और अथॉरिटी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। दिल्ली में रहने वाले और कॉलेज जाने वाले तमाम युवाओं को अब उनके अपने कॉलेज से ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्विटर पर सरकार की इस योजना का ऐलान किया। कैलाश गहलोत ने लिखा कि जल्दी ही दिल्ली में रहने वाले युवाओं को अपने कॉलेज से ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा। दिल्ली के परिवहन मंत्री के मुताबिक दिल्ली सरकार ने दिल्ली के तमाम कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज और आईटीआई के डायरेक्टर और प्रिंसिपल को लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के लिए अधिकार दिया है।
सरकार का आकलन है कि इससे हर साल लगभग 2 लाख छात्रों को नए ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेंगे। फिलहाल लर्निंग लाइसेंस हासिल करने के लिए परिवहन विभाग के दफ्तर में जाकर कागजी कार्यवाही करनी पड़ती है और औपचारिक ऑनलाइन टेस्ट देने के बाद ही लर्निंग लाइसेंस हासिल होता है।
लाइसेंस बनवाने के लिए ये डॉक्यूमेंट्स होंगे जरूरी
- रेजिडेंस प्रूफ जैसे - वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, बिजली या टेलीफोन का बिल, हाउस टैक्स की रसीद, राशन कार्ड, सरकारी कर्मचारियों को जारी किए गए ऐड्रेस युक्त आईडी कार्ड, तहसील या डीएम ऑफिस से जारी किया निवास प्रमाण पत्र आदि
- एज प्रूफ जैसे - बर्थ सर्टिफिकेट, हाईस्कूल/ 10वीं की मार्कशीट या सर्टिफिकेट, पैन कार्ड, सीजीएचएस कार्ड या मजिस्ट्रेट के सामने डेट ऑफ बर्थ का एफिडेविट
- आईडी प्रूफ जैसे - पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड आदि
- पासपोर्ट साइज के चार कलर फोटो
- खुद का पता लिखा खाली रजिस्टर्ड लिफाफा
- फिजिकल फिटनेस का सेल्फ डिक्लरेशन
इन शिक्षण संस्थानों में लागू करने की योजना
- 7 दिल्ली के विश्वविद्यालयों में
- 88 दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में
- 34 गुरु गोविंद सिंह विश्वविद्यालय के कॉलेजों में
- 9 पॉलिटेक्निक