Edited By ,Updated: 04 Dec, 2015 11:17 AM
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के चिखली तहसील के 5 गावों ने फैसला लिया है कि शादी उसी की होगी जो एचआईवी टेस्ट में पास होगा। यानी शादी से पहले लड़के और लड़की दोनों को एचआईवी टेस्ट करना पड़ेगा।
बुलढाणा: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के चिखली तहसील के 5 गावों ने फैसला लिया है कि शादी उसी की होगी जो एचआईवी टेस्ट में पास होगा। यानी शादी से पहले लड़के और लड़की दोनों को एचआईवी टेस्ट करना पड़ेगा।
इसके बाद ही वो शादी कर सकेंगे। स्थानीय निवासी भावना केबले ने कहा की इन सभी पांच गावों ने मिलकर जो निर्णय लिया है उससे देश की भावी पीढ़ी एचआईवी मुक्त रहेगी और ऐसे ही निर्णय देश की हर पंचायत को लेना जरुरी है ताकि देश इस बिमारी से मुक्त हो, इस निर्णय से इन सभी गांवों के लोग संतुष्ठ है।
दरअसल, गांववाले अपने इलाके को एचआईवीमुक्त करने की मुहिम चला रहे हैं। महाराष्ट्र में अभी पांच गांववालों ने मिलकर ये फैसला लिया है। शादी करने से पहले लड़के या लड़की को सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर अपने खून की एचआईवी जांच करनी होगी और सर्टिफिकेट लेना होगा, इस तरह भावी पीढिय़ा एचआईवी मुक्त होगी।
खासकर तब जब हर साल एचआईवी से 10 लाख लोग प्रभावित होते हैं। दुनिया भर में 3.5 करोड़ से ज्यादा लोग एचआईवी संक्रमित हैं। इनमें से दो तिहाई सबसहारा अफ्रीकी देशों में हैं। दुनिया भर के डॉक्टर तीन दशक से ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस यानी एचआईवी के बारे में जानकारी जुटा रहे है।