Edited By vasudha,Updated: 19 Mar, 2021 10:52 AM
मध्य प्रदेश के रीवा की एक शादी की चर्चा आज हर किसी की जुबान पर है। दरअसल कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने अपनी बेटे की शादी किसी पैलेस में नहीं बल्कि धरना स्थल पर ही करवाई, जिसके चलते यह विवाह सुर्खियों में बना हुआ है। पहली...
नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के रीवा की एक शादी की चर्चा आज हर किसी की जुबान पर है। दरअसल कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने अपनी बेटे की शादी किसी पैलेस में नहीं बल्कि धरना स्थल पर ही करवाई, जिसके चलते यह विवाह सुर्खियों में बना हुआ है। पहली बार धरना स्थल पर नारेबाजी की जगह शहनाई की गूंज सुनाई दी, जिसे देख हर कोई खुशी से झूम उठा।
जानकारी के अनुसार किसान नेता रामजीत सिंह के बेटे सचिन की शादी छिरहटा के रहने वाले विष्णुकांत सिंह की बेटी आसमा सिंह के साथ हुई। लड़की पक्ष स्वयं बारात लेकर मंडी स्थित धरना स्थल पहुंचे। अग्नि की जगह संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। रामजीत सिंह की मानें तो कृषि कानून बिल का विरोध करते हुए वह घर वापसी नहीं कर सकते हैं, जिसकी वजह से बेटे की शादी यहीं कराई गई।
रामजीत ने बताया कि प्रदर्शन की जिम्मेदारी की वजह से वह शादी के लिए समय नहीं निकाल पा रहे थे। यह बात बेटे सचिन और आसमा को बताई तो दोनों ने धरनास्थल पर शादी का सुझाव दिया। जब अन्य किसानों से इस बात का जिक्र किया तो वह भी इस शादी के लिए राजी हो गए। किसान ने कहा कि अब वह घर गए बिना धरना स्थल से ही सभी मांगलिक कार्य करेंगे।
रामजीत सिंह ने आगे कहा कि यह शादी सरकार के लिए एक संदेश है कि, वह जब तक बिल वापस नहीं लेंगे तब तक हम आंदोलन वापस नहीं लेंगे। वहीं हम किसान भाईयों के जितने भी पारिवारिक कार्यक्रम होंगे अब वो सभी धरना स्थल से ही किये जाएंगे। इतना ही नहीं वहीं वर-वधू के परिजनों ने घोषणा की है कि शादी में उपहार के रूप में मिली राशि का प्रयोग आंदोलन को चलाने में किया जाएगा।