Edited By Monika Jamwal,Updated: 17 Sep, 2020 09:21 PM
केन्द्र सरकार द्वारा राज्य में इंटरनेशनल बार्डर से सटे गांवों में रहने वाले युवाओं के लिए बार्डर आरक्षण घोषित किया गया था।
साम्बा: केन्द्र सरकार द्वारा राज्य में इंटरनेशनल बार्डर से सटे गांवों में रहने वाले युवाओं के लिए बार्डर आरक्षण घोषित किया गया था। जिसके बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के 6 किलोमीटर के अंदर आने वाले गाँवों की सूची जारी की गई थी। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय सीमा के 6 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गाँवों के लोगों को 4 प्रतिशत आरक्षण कोटा दिया जा रहा है। लेकिन बार्डर आरक्षण के तहत बनाई गई गांवों की सूची में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे कई गांव छूट गए हैं।
इसी के चलते आज रामगढ़ के गांव ङ्क्षत्रडी के लोगों, जिनमें पूर्व हवलदार बलदेव राज, पूर्व कैप्टन जनक सिंह, पूर्व हवलदार प्रेमदास मेहता, संजीव कुमार आदि ने इस मसले को लेकर तहसीलदार गोपाल चन्द को समस्या सुनाई और उनको आवेदन पत्र सौंपा। गांव के लोगों ने तहसीलदार को बताया कि उनका गांव भी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के दायरे में आता है और प्रशासन द्वारा जारी की गयी सूची में उनके गांव का नाम हटा दिया गया है, जिसे सूची में डाला जाए।