Edited By Seema Sharma,Updated: 06 Jul, 2018 03:38 PM
भीड़ के साथ चल रहे तीन साधुओं को लोगों ने बच्चा चोर समझ कर उन्हें घेर लिया। गनीमत ये रही कि सेना के जवानों ने यह सब देख लिया और बीच-बचाव करते हुए तीनों को बचा लिया गया। अगर जवान दखल न देते तो शायद हिंसक भीड़ का गुस्सा इन तीनों पर टूट पड़ता।
गुवाहटीः भीड़ के साथ चल रहे तीन साधुओं को लोगों ने बच्चा चोर समझ कर उन्हें घेर लिया। गनीमत ये रही कि सेना के जवानों ने यह सब देख लिया और बीच-बचाव करते हुए तीनों को बचा लिया गया। अगर जवान दखल न देते तो शायद हिंसक भीड़ का गुस्सा इन तीनों पर टूट पड़ता। ये घटना असम के डीमा हसाओ इलाके में हुई। सेना इन तीनों को अपने साथ ले गई और उनसे पूछताछ की गई। साधुओं ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और असम में होने वाले मेले में भाग लेने आए थे।
उन्होंने कहा कि वे भी लोगों के बीच चल रहे थे लेकिन शायद उनकी वेशभूषा देखकर लोगों ने उन्हें बच्चा चोर समझ लिया। उल्लेखनीय है कि बच्चा चोर की अफवाह के चलते पिछले कई दिनों से ऐसी हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं जहां भीड़ द्वारा अब तक कई लोगों की हत्या कर दी गई। हाल ही में त्रिपुरा में भीड़ ने बच्चा चोर समझ कर चार लोगों की पीट-पीटकर जान ले ली थी। इससे पहले महाराष्ट्र के धुले में भी 5 लोगों को बच्चा चोर समझकर मौत के घाट उतार दिया गया। केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने लोगों से सोशल मीडिया पर इस तरह की फेक वीडियो शेयर करने से बचने को कहा है।