Edited By rajesh kumar,Updated: 16 Jan, 2025 10:37 PM

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा देश में स्टार्टअप को लेकर सिर्फ खोखली नारेबाजी और प्रचार किया गया। उन्होंने यह दावा भी किया कि वर्ष 2024 में 5000 से अधिक स्टार्टअप को (काम) बंद करने के लिए मजबूर...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा देश में स्टार्टअप को लेकर सिर्फ खोखली नारेबाजी और प्रचार किया गया। उन्होंने यह दावा भी किया कि वर्ष 2024 में 5000 से अधिक स्टार्टअप को (काम) बंद करने के लिए मजबूर किया गया।
खरगे ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘9 साल में मोदी सरकार ने सिर्फ फर्जीवाड़े का स्टार्टअप बनाया। तथ्य यह है कि भारतीय स्टार्टअप को मोदी सरकार से ना के बराबर समर्थन मिला है। स्टार्टअप उद्योग में जो भी विकास हुआ है, उसका श्रेय स्टार्टअप चलाने वालों की उद्यमशीलता की भावना को जाना चाहिए, न कि केंद्र सरकार को।'' उन्होंने दावा किया कि केवल 1.58 प्रतिशत मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को भारत सरकार द्वारा निर्धारित ‘स्टार्टअप इंडिया सीड फंड' के लिए मंजूरी दी गई है और 97 प्रतिशत से अधिक को कोई कर लाभ नहीं मिला है।
खरगे ने कहा, ‘‘भाजपा ने 20,000 करोड़ रुपये स्टार्टअप ‘सीड फंड' का वादा किया...लेकिन मोदी सरकार ने सिर्फ 454.04 करोड़ रुपये के वित्तपोषण को मंजूरी दी है। प्रति मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को औसत फंडिंग के रूप में सिर्फ 32.65 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है।'' उन्होंने दावा किया कि अकेले 2024 में 5000 से अधिक स्टार्टअप को (काम) बंद करने के लिए मजबूर किया गया है और 2020 से अब तक कम से कम 1,56,000 स्टार्टअप नौकरियां खत्म हो चुकी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पिछले नौ वर्षों में स्टार्टआप के नाम पर सिर्फ खोखली नारेबाजी और जोरदार प्रचार हुआ है।