Edited By Seema Sharma,Updated: 17 Mar, 2019 11:29 AM
मुंबई के आसमान में शुक्रवार को दो विमान आपस में टकराने से बच गए। अगर थोड़ी से भी चूक हो जाती तो दोनों विमानों की सीधी टक्कर होनी थी। दोनों इंटरनैशनल फ्लाइट थीं।
नेशनल डेस्कः मुंबई के आसमान में शुक्रवार को दो विमान आपस में टकराने से बच गए। अगर थोड़ी से भी चूक हो जाती तो दोनों विमानों की सीधी टक्कर होनी थी। दोनों इंटरनैशनल फ्लाइट थीं। शुक्रवार दोपहर को दोनों विमान बेहद पास आ गए और इसी दौरान कॉलिजन अवॉइडेंस सिस्टम ऐक्टिव हो गया, इससे दोनों विमान दूर हुए। इस चूक के कारण एक एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को भी सर्विस से हटा दिया गया है। 27 फरवरी से पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होने के चलते दोनों अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें मुंबई के रूट से गुजर रही थीं। पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होने के कारण पिछले कुछ दिनों से मुंबई के एयरस्पेस में ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं और इससे वहां काफी भीड़भाड़ है और ATC को इस पूरे ट्रैफिक को मैनेज करने के लिए एक सुपरह्यूमन की तरह काम करना पड़ रहा है।
शुक्रवार दोपहर 1.40 बजे बोइंग 777 विमान 32,000 फुट की ऊंचाई पर था और हो शी मिन सिटी से पेरिस की तरफ जा रहा था, इसका नंबर AF 253 था। दूसरा विमान एतिहाद एयरबस 320 था जो अबू धाबी से काठमांडू जा रहा था और 31,000 फुट की ऊंचाई पर था। इस एयरक्राफ्ट का नंबर EY 290 था। मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) ने एतिहाद फ्लाइट से 33,000 फुट की ऊंचाई पर जाने के लिए कहा। इसी ऊंचाई पर जाने के दौरान, एयरक्राफ्ट AF 253 फ्लाइट के करीब बिल्कुल सामने आ पहुंचा जो कि इसके बिल्कुल विपरीत दिशा से आ रहा था। ये दोनों एयरक्राफ्ट एक-दूसरे से सिर्फ 3 नॉटिकल मील की दूरी पर थे, यानी दोनों को टकराने में सिर्फ सेकंड्स का ही अंतर था।' तभी इन दोनों विमानों में लगा ट्रैफिक कॉलिजन अवॉइडेंस सिस्टम (TCAS) ऐक्टिव हो गया जिसके चलते पायलटों ने इन्हें दूर किया।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को ड्यूटी से हटा दिया गया है। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन के भी एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस घटना की पुष्टि की और कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं पाकिस्तान बार-बार अपने एयरस्पेस को बंद करने की तारीख बढ़ाता जा रहा है। एयरस्पेस खुलने की अगली तारीख अब 18 मार्च, सोमवार है। पाकिस्तान एयरस्पेस के बंद होने के चलते वेस्ट और साउथ/साउथईस्ट के बीच जाने वाली फ्लाइट्स को लंबा रूट लेना पड़ रहा है। कई फ्लाइट्स जैसे दिल्ली-न्यूयॉर्क को लंबे समय तक नॉन स्टॉप जाना पड़ रहा है। या फिर देर तक उड़ान के बाद स्टॉप लेना पड़ रहा है जिससे ज्यादा क्रू और ईधन भी खर्च हो रहा है।