Edited By Monika Jamwal,Updated: 05 Jan, 2021 06:04 PM
कश्मीर घाटी में भले ही आतंकवाद और अलगाववाद का बोलबाला हो पर कटटरवाद आपसी सोहार्द हमेशा भारी रहा है।
श्रीनगर: कश्मीर घाटी में भले ही आतंकवाद और अलगाववाद का बोलबाला हो पर कटटरवाद आपसी सोहार्द हमेशा भारी रहा है। इस बात को घाटी के लोगों ने कई बार साबित भी किया है। कुछ ऐसा ही इस बार भी देखने को मिला। मुस्लिम भाईयों ने पूरे रीति-रिवाज से कश्मीरी पंडित का दाह संस्कार किया।
दरअसल कश्मीरी पंडित युवक की बारामूला में एक दुर्घटना में रविवार को मौत हो गई। राकेश उर्फ राजू पुत्र सतीश बट्ट आरएंडबी में कार्यरत था। कुछ महीने पहले वो एक सड़क दुर्घटना में बुरी तरह से घायल हो गया था। रविवार को उसका देहांत हो गया। इस समय कश्मीर में बर्फबारी काफभ् हो रही है। ऐसे में जब राकेश की मौत की खबर कस्बे में फैली तो सैंकड़ों लोग उनके परिवार की मद्द करने आ गये। उन्होंने दाह संस्कार में परिवार की सहायता की और सारे रीति रिवाज के साथ राकेश की अंतिम यात्रा पूरी करवाई। इस बात का चर्चा सोशल मीडिया पर हुआ तो हर तरफ घाटी के इस आपसी प्रेम की तारीफ हो रही है।