Edited By Anil dev,Updated: 21 Jan, 2020 12:29 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने 21 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोगबनी-विराटनगर में दूसरे इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2015 का भूंकप एक दर्दनाक हादसा था। भूकंप जैसी...
नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष के पी शर्मा ओली ने मंगलवार को जोगबनी-विराटनगर में दूसरी एकीकृत निगरानी चौकी का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। भारत नेपाल सीमा पर स्थित इस निगरानी चौकी का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए किया गया। इसका निर्माण व्यापार और लोगों की आवाजाही की सुगमता के लिये भारत की सहायता से किया गया है। एकीकृत चौकी 260 एकड़ क्षेत्र में फैली है और यहां की क्षमता प्रतिदिन 500 ट्रक है। परियोजना की लागत 140 करोड़ रुपये आई है। इससे व्यापार में सुधार होगा तथा जनता के बीच संपर्क बेहतर होगा। पहली एकीकृत निगरानी चौकी का निर्माण वर्ष 2018 में रक्सौल-वीरगंज में हुआ था।
इस दौरान उन्होंने कहा कि 2015 का भूंकप एक दर्दनाक हादसा था। भूकंप जैसी प्राकृत आपदाएं मनुष्य की दृढ़ता और निश्चय की परीक्षा लेती हैं। हर भारतीय को गर्व है कि इस त्रासदी के दुःखद परिणामों का सामना हमारे नेपाली भाइयों और बहनों ने साहस के साथ किया। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल सहयोग के अंतर्गत 50 हजार में से 45 हजार घरों का निर्माण हो चुका है। हमारी आशा है कि बाकी घरों का निर्माण भी शीघ्र पूरा होगा।इन घरों को नेपाली भाइयों और बहनों को जल्दी ही समर्पित किया जा सकेगा। पीएम मोदी ने कहा कि हमारा सहयोग और विकास की पार्टनरशिप तेजी से आगे बढ़ रही है। हमने कई नए क्षेत्रों में सहयोग शुरू किया है। मेरी कामना है कि नए वर्ष आपके सहयोग और समर्थन में हम अपने संबंधों को और ऊंचाई पर ले जाएं। ये नया दशक भारत-नेपाल संबंधों का स्वर्णिम दशक बनें।