Edited By Anil dev,Updated: 10 Mar, 2021 05:31 PM
भाजपा नेता तथा टीएमसी के पूर्व सदस्य शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम में बाहरी बताते हुए बुधवार को कहा कि राज्य में जिन लोगों के साथ चिटफंड कंपनियों ने धोखा किया है
नेशनल डेस्क: भाजपा नेता तथा टीएमसी के पूर्व सदस्य शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम में बाहरी बताते हुए बुधवार को कहा कि राज्य में जिन लोगों के साथ चिटफंड कंपनियों ने धोखा किया है, भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हें उनके पैसे लौटाए जाएंगे। अधिकारी ने बनर्जी पर चुनाव से पहले धर्म के आधार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी प्रमुख ने मंगलवार यहां चंडीपाठ गलत तरीके से किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी की सरकार के कारण चिटफंड घोटाला हुआ और उसके नेताओं ने जनता का पैसा लूटा। अधिकारी ने अपने चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा, ''वह (बनर्जी) नंदीग्राम में बाहरी हैं। वह यहां पर मतदान भी नहीं करती। मैं न केवल भूमिपुत्र हूं बल्कि इस इलाके का नियमित मतदाता भी हूं। उन्होंने कहा, मैं वर्षों से इस इलाके के लोगों के साथ हूं जबकि बनर्जी केवल चुनाव के दौरान यहां आती हैं। नंदीग्राम की चर्चित विधानसभा सीट पर एक अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होगा। यहां टीएमसी उम्मीदवार ममता बनर्जी और भाजपा के प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी आमने-सामने होंगे।
नंदीग्राम में दिखे पोस्टरों में ममता बनर्जी को बताया 'बाहरी'
पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में ऐसे पोस्टर दिखाई दिये जिनमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बाहरी बताया गया है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी नंदीग्राम से ही विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं और आज उन्होंने इस सीट से नामांकन दाखिल किया है। विधानसभा क्षेत्र में लगे पोस्टरों पर बांग्ला भाषा में 'नंदीग्राम-मेदिनीपुर भूमिपुत्र को चाहता है, किसी बाहरी को नहीं' लिखा है।' बनर्जी के सामने इस सीट से भाजपा की ओर से शुभेंदु अधिकारी मैदान में हैं। अधिकारी कुछ समय पहले ही टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। नंदीग्राम सीट पर एक अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होगा। बनर्जी जब भी भाजपा को बाहरी लोगों की पार्टी कहकर निशाना साधती हैं तब अधिकारी अकसर खुद को भूमिपुत्र बताते हैं। अधिकारी यह भी ऐलान कर चुके हैं कि अगर उन्होंने चुनाव में बनर्जी को 50 हजार वोटों से नहीं हराया तो वह राजनीति छोड़ देंगे।