Edited By Seema Sharma,Updated: 16 May, 2022 09:34 AM
लोकसभा की निर्दलीय सदस्य नवनीत राणा ने कहा कि वह हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा जेल भेजकर दिए गए जख्म से अब भी उबरने की कोशिश कर रही हैं।
नेशनल डेस्क: लोकसभा की निर्दलीय सदस्य नवनीत राणा ने कहा कि वह हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा जेल भेजकर दिए गए जख्म से अब भी उबरने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ठाकरे उनके दर्द को तभी समझ सकते हैं जब उनके परिवार की महिला बिना किसी गलती के जेल जाए। नवनीत ने मुख्यंत्री की पत्नी का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं होंगे और रश्मि ठाकरे जेल जाएंगी, तब मैं उनसे पूछूंगी कि उन्हें दर्द हो रहा है कि नहीं।'' नवनीत ने आरोप लगाया कि उद्धव शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के रास्ते से भटक गए हैं। उन्होंने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि उद्धव 10 जनपथ में रह रही ‘‘मातोश्री'' के निर्देश पर काम कर रहे हैं।
नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने ठाकरे को मुंबई में शनिवार को आयोजित रैली में किसानों और बेरोजगारी के ‘ज्वलंत मुद्दों' को न उठाने पर आड़े हाथ लिया। रवि राणा महाराष्ट्र विधानसभा के निर्दलीय सदस्य हैं। राणा दंपती ने कहा कि शिवसेना ने घोषणा की थी कि वह औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करेगी, लेकिन अब मुख्यमंत्री दावा कर रहे हैं कि इसकी जरूरत नहीं है।''
उन्होंने कहा कि ठाकरे को इस बात की चिंता है कि अगर वह औरंगाबाद का नाम बदलने के काफी समय से लंबित वादे को पूरा करने के लिए कदम उठाते हैं, तो शिवसेना के सहयोगी दल समर्थन वापस ले लेंगे, और इससे उनकी सरकार गिर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवसेना ने हिंदुत्व का रास्ता छोड़ दिया है। राणा दंपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि ठाकरे मुख्यमंत्री के तौर पर उन उपलब्धियों का एक छोटा-सा हिस्सा भी हासिल नहीं कर सके हैं, जितना फडणवीस के कार्यकाल में हासिल की गई थी। बदनेरा से विधायक रवि राणा ने कहा कि फडणवीस लोगों के लिए काम करते हैं। वे (लोग) अब भी उन्हें (फडणवीस को) मुख्यमंत्री बनाने के लिए लालायित हैं। आप (उद्धव) ने मोदी के नाम पर वोट हासिल किया और बाद में उनके पीठ में छुरा घोंपा।