Edited By shukdev,Updated: 03 Nov, 2018 01:03 AM
केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने शुक्रवार को कहा कि नक्सली प्रेस या लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते। उन्होंने ‘शहरी नक्सलियों’ को ‘देशद्रोही’ और ‘मस्तिष्क विहीन’ करार दिया। वह संभवत: भाकपा (माओवादी) द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए बयान के बारे में बोल...
पुणे: केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने शुक्रवार को कहा कि नक्सली प्रेस या लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते। उन्होंने ‘शहरी नक्सलियों’ को ‘देशद्रोही’ और ‘मस्तिष्क विहीन’ करार दिया। वह संभवत: भाकपा (माओवादी) द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए बयान के बारे में बोल रहे थे जिसमें उसने छत्तीसगढ़ में 30 अक्टूबर को हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले में दूरदर्शन के एक कैमरामैन की मौत हो गई थी।
गृह राज्य मंत्री अहीर ने कहा, ‘उन्होंने (नक्सलियों) डर की वजह से बयान जारी किया होगा, लेकिन तथ्य यह है कि ये लोग प्रेस और लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते। हम संविधान को अपने लिए पवित्र पुस्तक मानते हैं, लेकिन माओवादी इसका अनादर करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र हमारे रक्त में है और यदि हम इसकी रक्षा चाहते हैं तो हमें मिलकर नक्सलवाद को खत्म करना होगा।’ अहीर ने ‘शहरी नक्सलियों’ की भी आलोचना की।
‘शहरी नक्सली’ शब्द का इस्तेमाल एक तबका शहरों में रहने वाले नक्सल समर्थकों के लिए करता है। गृह राज्यमंत्री ने कहा, ‘कुछ देशद्रोही हैं जो देश में लोकतंत्र नहीं चाहते। ये लोग खुद को बुद्धिजीवी कहते हैं, लेकिन मेरे लिए वे मस्तिष्क विहीन हैं।’ उन्होंने कहा कि देश के लोग नक्सल आंदोलन को जल्द ही कुचल देंगे।