Edited By Seema Sharma,Updated: 13 Feb, 2023 01:48 PM
भारत के दो स्निफर डॉग्स की देश समेत विदेश में भी जमकर तारीफ हो रही है। जहां मशीनों ने जवाब दे दिया वहां भारत के दो स्निफर डॉग्स रोमियो और जूली ने कमाल कर दिया।
नेशनल डेस्क: भारत के दो स्निफर डॉग्स की देश समेत विदेश में भी जमकर तारीफ हो रही है। जहां मशीनों ने जवाब दे दिया वहां भारत के दो स्निफर डॉग्स रोमियो और जूली ने कमाल कर दिया। रोमियो और जूली ने तुर्की में आए भूकंप में एनडीआरएफ टीम के साथ बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। स्निफर डॉग्स रोमियो और जूली ने मलबे में दबी 6 साल की बच्ची की जिंदगी को बचाया है। एनडीआरएफ की एक टीम तुर्किये के नुरदागी इलाके में राहत और बचाव कार्यों में जुटी है।
एनडीआरएफ टीम में स्निफर डॉग्स रोमियो और जूली भी शामिल है। बचाव कार्य के दौरान स्निफर डॉग जूली ने मलबे में एक जगह भौंकना शुरू कर दिया। एनडीआरएफ टीम समझ गई कि उसे वहां कोई जिंदा व्यक्ति मलबे के नीचे मिला है। इसके बाद दूसरे डॉग रोमियो को भी उसी जगह भेजा गया तो उसने भी भौंकना शुरू कर दिया। इसके बाद एनडीआरएफ के जवानों ने वहां से सावधानी से मलबा हटाना शुरू किया तो छह साल की बच्ची वहां से जीवित मिली। बच्ची की पहचान बेरेन के रूप में हुई है। फिलहाल बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
बता दें कि तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद तुरंत इन दोनों देशों में एनडीआरएफ की दो टीमें सभी जरूरी उपकरणों और चार स्निफर डॉग्स के साथ तुर्किये में राहत और बचाव कार्यों के लिए भेजे गए थे। भारतीय सेना के जवान भी तुर्किये भेजे गए हैं, जहां वह एक फील्ड अस्पताल बनाकर भूकंप प्रभावितों का इलाज कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर एनडीआरएफ द्वारा एक छह साल की बच्ची की जान बचाने के लिए एनडीआरएफ की तारीफ की है। बता दें कि 6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।