Edited By Parminder Kaur,Updated: 10 May, 2024 09:22 AM
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस हफ्ते देश के सबसे प्रदूषित शहर बेगूसराय पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदूषण कम करने को लेकर कई बातें कहीं। अगर ऐसा होता है तो प्रदूषण पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। भारत में डीजल और पेट्रोल...
ऑटो डेस्क. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस हफ्ते देश के सबसे प्रदूषित शहर बेगूसराय पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदूषण कम करने को लेकर कई बातें कहीं। अगर ऐसा होता है तो प्रदूषण पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। भारत में डीजल और पेट्रोल कारें काफी ज्यादा हैं और धीरे-धीरे लोग इलेक्ट्रिक कारों की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में आने वाले समय में ग्रीन फ्यूल्स ही मोबिलिटी सेक्टर को बेहतर स्थिति में ला सकते हैं।
नितिन गडकरी ने कहा कि हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है और आने वाले वर्षों में देश में गाड़ियां हाइड्रोजन और हरित ईंधन से चलेंगे। भारत हर साल जीवाश्म ईंधन का आयात करता है। अब हमारे किसान हरित ईंधन और हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करेंगे। हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है और आने वाले वर्षों में देश में वाहन हाइड्रोजन और हरित ईंधन से चलेंगे।
गडकरी ने आगे कहा कि एथेनॉल की बढ़ती मांग भारत की कृषि अर्थव्यवस्था को बदल देगी। इससे किसान ऊर्जा दाता बन जाएंगे और वे अब केवल अन्नदाता नहीं रहेंगे। इथेनॉल से चल सकने वाले फ्लेक्स फ्यूल बेस्ड व्हीकल किसानों को अमीर बनाएगा। इथेनॉल इंडस्ट्री किसानों के लिए एक वरदान है। देश में इथेनॉल की मांग बढ़ेगी। यह निश्चित रूप से भारत की कृषि अर्थव्यवस्था को बदल देगा। मैं चाहता हूं कि अगले कुछ वर्षों में मोटरसाइकल, इलेक्ट्रिक रिक्शा, ऑटो रिक्शा और कारें 100 पर्सेंट इथेनॉल बेस्ड हों।