Weather Alert: इस बार पड़ने जा रही कड़ाके की ठंड! निकाल लें रजाई और कंबल, IMD की चेतावनी

Edited By Updated: 08 Oct, 2025 06:16 PM

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उत्तर भारत में इस साल सर्दी ने समय से पहले दस्तक दे दी है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के कारण तापमान गिरा है। दिल्ली और आसपास के इलाके ठंड का अनुभव कर रहे हैं। मौसम विभाग ने अक्टूबर में...

नेशनल डेस्क : उत्तर भारत में इस बार सर्दी ने समय से पहले दस्तक दे दी है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की ऊंची पहाड़ियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है, जबकि दिल्ली और आसपास के मैदानी इलाकों में बारिश और तापमान में गिरावट से ठंड का एहसास होने लगा है। मौसम में आए इस अचानक बदलाव से लोगों को सर्दियों की शुरुआती झलक देखने को मिली है।

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी और बारिश
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में सोमवार रात से लगातार बर्फबारी हो रही है। निचले इलाकों में मध्यम से तेज बारिश दर्ज की गई है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में मंगलवार सुबह हल्की बारिश और ठंडी हवाओं ने लोगों को अक्टूबर में ही सर्दी का एहसास कराया।

मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह इस मौसम की पहली बड़ी बारिश और ठंड की लहर है। IMD ने अनुमान लगाया है कि इस अक्टूबर में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। अक्टूबर में औसतन 115% बारिश होने का अनुमान है, जो पिछले औसत 75.4 मिमी से अधिक है। वहीं, अधिकतम तापमान अधिकांश हिस्सों में सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।

दक्षिण भारत में भी बारिश की संभावना
उत्तर-पूर्व मानसून सीजन के दौरान अक्टूबर से दिसंबर तक दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में 112% से ज्यादा वर्षा की संभावना जताई गई है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत जैसे दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में मानसून के बाद बारिश सामान्य से कम रहने की संभावना है।

मौसमी बदलाव का कारण
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव ला नीना (La Nina) की स्थिति के कारण हो रहा है। ला नीना के दौरान प्रशांत महासागर के मध्य और पूर्वी हिस्सों का तापमान सामान्य से कम हो जाता है, जिससे भारत सहित कई देशों के मौसम पर असर पड़ता है। अमेरिका की NOAA (National Oceanic and Atmospheric Administration) ने बताया कि अक्टूबर से दिसंबर के बीच 71% संभावना है कि ला नीना विकसित होगा।

IMD की भविष्यवाणी और भारतीय महासागर की स्थिति
IMD के महानिदेशक एम. मो. महापात्रा ने बताया कि सामान्यतः ला नीना के दौरान सर्दियां ठंडी होती हैं, लेकिन इस बार अक्टूबर में अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा। वर्तमान में भारतीय महासागर में न्यूट्रल IOD (Indian Ocean Dipole) की स्थिति बनी हुई है, जो आने वाले महीनों तक स्थिर रहने की संभावना है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ठंड और बारिश का शुरुआती दौर है, जो सर्दियों की ओर बढ़ते ट्रांजिशनल फेज का संकेत देता है। आने वाले दिनों में उत्तर भारत में तापमान और गिर सकता है, जबकि दक्षिण भारत में मानसून का असर लंबे समय तक देखा जाएगा।

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