Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jan, 2018 05:02 PM
ताजमहल देखना अब और महंगा हो जाएगा क्योंकि भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा ताजमहल देखने के लिए दी जाने वाली टिकटों के दामों में बढ़ौतरी की जा रही है। ताजमहल देखने के लिए हर वर्ष लाखों अंतर्राष्ट्रीय व घरेलू पर्यटक आते हैं। 2 वर्ष पहले ही ताजमहल देखने के...
जालन्धर(धवन): ताजमहल देखना अब और महंगा हो जाएगा क्योंकि भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा ताजमहल देखने के लिए दी जाने वाली टिकटों के दामों में बढ़ौतरी की जा रही है। ताजमहल देखने के लिए हर वर्ष लाखों अंतर्राष्ट्रीय व घरेलू पर्यटक आते हैं। 2 वर्ष पहले ही ताजमहल देखने के लिए टिकटों के दामों में बढ़ौतरी की गई थी तथा अब दोबारा बढ़ौतरी से पर्यटन इंडस्ट्री में हाहाकार मची हुई है। भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग द्वारा प्रस्तावित टिकट बढ़ौतरी घरेलू पर्यटकों के अलावा सार्क देशों के नागरिकों व अन्य देशों के लोगों पर लागू होगी।
टिकट की कीमत को बढ़ा कर 1100 रुपए करने का प्रस्ताव
इस समय ताजमहल देखने के लिए प्रति टिकट 40 रुपए वसूल किए जाते हैं जिसमें से 30 रुपए भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग तथा 10 रुपए आगरा डिवैल्पमैंट अथॉरिटी को जाते हैं। अब भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग ने टिकट के दाम बढ़ा कर 50 रुपए करने की बात कही है। दूसरी ओर ताजमहल देखने के लिए आने वाले विदेशी पर्यटकों से 1000 रुपए प्रति टिकट लिए जाते हैं जिसका आधा हिस्सा भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग व आधा हिस्सा आगरा डिवैल्पमैंट अथॉरिटी को जाता है। अब विदेशी नागरिकों के लिए टिकट की कीमत को बढ़ा कर 1100 रुपए करने का प्रस्ताव है। भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है जिस पर अगले 45 दिनों में ऐतराज मांगे जाएंगे। पर्यटन से जुड़ी व्यापारिक संस्थाएं इस मामले को लेकर अपने ऐतराज दर्ज करवाएंगी। व्यापारिक इकाईयों का कहना है कि भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग के अधिकारियों को नोटिफिकेशन के बारे में जानकारी थी परन्तु उन्होंने इस सूचना के बारे में 2 व 3 जनवरी को हुई बैठकों में चर्चा नहीं की। ताजमहल देखने वालों का रश लगातार बढ़ता जा रहा है।
विदेशी पर्यटकों की गिनती में आ सकती है कमी
व्यापारिक संस्थाओं से जुड़े लोगों ने कहा कि पहले ही ताजमहल देखने के लिए विदेशी मेहमानों से भारी-भरकम वसूली की जा रही है। अब उन पर 100 रुपए प्रति टिकट की बढ़ौतरी का और बोझ डाला जा रहा है। उनका कहना है कि पहले ही विदेशी मेहमानों की गिनती घटती जा रही है तथा अगर अब टिकट बढ़ौतरी की गई तो इससे विदेशी पर्यटकों की गिनती में और कमी आ सकती है। फैडरेशन ऑफ ट्रैवल एसोसिएशन फॉर आगरा के अध्यक्ष राजीव तिवारी ने कहा कि हम ऐतराज जताने के लिए मसौदा प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। उनका कहना था कि ताजमहल में बढ़ती भीड़ पर रोक लगाने के लिए टिकट बढ़ौतरी करना कोई उपाय नहीं है। इससे हम लोगों को जब्री ताजमहल देखने से रोकना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह ऐसे टिकट बढ़ौतरी के प्रस्ताव को लागू न होने दे। होटल इंडस्ट्री ने भी इसका कड़ा विरोध किया है। होटल व रैस्टोरैंट एसोसिएशन ऑफ आगरा के अध्यक्ष राकेश चौहान ने कहा कि हम टिकट दरों में बढ़तौरी का कड़ा विरोध करेंगे। भीड़ प्रबंधन से निपटने के लिए दूसरे उपाय किए जाने चाहिए।